कमजोर पड़ती इकोनॉमी के दौरान तत्कालीन रूसी सम्राट अलेक्जेंडर ने अलास्का को बेचने का फैसला किया था. ताकि, इससे मिलने वाले पैसे से रूस की इकोनॉमी सुधारी जा सके. उस समय अमेरिका अपनी विदेश नीति बना रहा है. उसने इसी के तहत अलास्का खरीद लिया. सालों बाद अमेरिका को यहां सोने और पेट्रोलियम की खदानें हाथ लगीं. ये देख रूस खुदको ठगा हुआ महसूस करने लगा.