महाराष्ट्र के पुणे में एक हफ्ते के भीतर ही गुलेन बैरे सिंड्रोम (GBS) नामक बीमारी ने 100 से ज्यादा लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है. 17 मरीज वेंटिलेटर पर हैं. वहीं, सोलापुर में GBS से एक मरीज की मौत भी हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित को पुणे में संक्रमण हुआ था और बाद में उसने सोलापुर की यात्रा की थी. महाराष्ट्र में GBS सिंड्रोम के बढ़ते मामलों पर केंद्र सरकार सख्त हो गई है, इसकी जांच के लिए सरकार ने 7 सदस्यीय टीम गठित की है. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि आखिर गुलेन बैरी सिंड्रोम क्या है. ये कितना खतरनाक है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे बचने के तरीके क्या हैं.