
राष्ट्रमंडल खेलों से पहले डोपिंग निरोधक अधिकारियों ने 3000 से ज्यादा टेस्ट किए, ताकि खेलों पर डोपिंग का साया नहीं पड़ने पाए. ऑस्ट्रेलियाई खेल डोपिंग निरोधक प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी डेविड शार्प ने गुरुवार को इसका खुलासा किया.
डेविड शार्प ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के 2600 और विदेशी खिलाड़ियों के 500 टेस्ट हुए. इनमें से कुछ टेस्ट सिर्फ क्वालिफाइंग स्तर पर ही किए गए.
राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के मेडिकल आयोग के डॉक्टर मनि जगदीशन ने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में भाग ले रहे खिलाड़ियों के डोप नमूने दस साल तक रखे जाएंगे, ताकि उनका दोबारा टेस्ट किया जा सके.
गौरतलब है कि गोल्ड कोस्ट में 21वें कॉमनवेल्थ के शुरू होने से पहले ही सिरिंज विवाद सामने आया था. जिसमें ‘नो नीडल पॉलिसी’ के उल्लंघन का आरोप लगा था.