Advertisement

Sushila Devi Commonwealth Games 2022:: सुशीला देवी ने जूडो में सिल्वर मेडल किया अपने नाम, 5 मिनट भी नहीं चला फाइनल

Shushila Devi: कॉमनवेल्थ गेम्स में 2022 भारत की सुशीला देवी लिकमाबाम ने जूडो के 48 किलो भारवर्ग में सिल्वर मेडल जीता है. सुशीला का सामना साउथ अफ्रीका की मिचेला व्हाइटबोई से था. अब सुशीला से इस मैच में फैन्स को गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीदें थीं, लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाईं. टोक्यो ओलंपिक 2022 में सुशीला जूडो में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली इकलौती खिलाड़ी थीं.

सुशीला देवी सुशीला देवी
aajtak.in
  • बर्मिंघम,
  • 01 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 11:39 PM IST
  • सुशीला देवी ने जूूडो में जीता सिल्वर मेडल
  • साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी ने जीता गोल्ड

Shushila Devi Silver Medal: जूडो के 48 किलोग्राम फाइनल में भारत की सुशीला देवी लिकमाबाम को हार का सामना करना पड़ा है और उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा, फाइनल में सुशीला का सामना साउथ अफ्रीका की मिचेला व्हाइटबोई से था, जिन्होंने गोल्ड पर कब्जा जमाया. दोनों खिलाड़ियों के बीच मुकाबला 4 मिनट 25 सेकेंड तक चला.

मुकाबले के दौरान दोनों खिलाड़ियों को पेनल्टी के तौर पर 2-2 अंक मिले. जिसके बाद गोल्डन अंक के जरिए फैसला हुआ. साउथ अफ्रीका की मिचेला व्हाइटबोई ने वजा-आरी स्कोरिंग के तहत 1 अंक लेकर गोल्ड मेडल जीत लिया.

Advertisement

सुशीला ने सेमीफाइनल में मॉरिशस की प्रिसिल्ला मोरांद को इपपोन से हराया था. उससे पहले सुशीला ने क्वार्टर फाइनल में मालावी की हैरियट बोनफेस को हराया था. 27 साल की जुडोका सुशीला देवी इससे पहले भी राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीत चुकी थीं. साल 2014 के ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में वह इस इवेंट में भारत के लिए रजत पदक जीतने में ही कामयाब हुई थीं. इसके साथ ही सुशीला देवी कॉमनवेल्थ गेम्स के जूडो इवेंट में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई थीं.

सुशीला का जन्म एक फरवरी 1995 को हुआ था और वह मणिपुर की रहने वाली हैं. सुशीला को बचपन से ही जूडो का शौक था क्योंकि उनका परिवार इस खेल से जुड़ा रहा है. टोक्यो ओलंपिक 2020 में सुशीला भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली इकलौती खिलाड़ी थी. सुशीला देवी दिग्गज बॉक्सर एमसी मेरीकॉम को अपना रोल मॉ़डल मानती हैं.

Advertisement

ऐसा है जूडो का स्कोरिंग पैटर्न

जूडो के खिलाड़ियों को 'जुडोका' कहा जाता है. जूडो में तीन तरह से स्कोरिंग की जाती है जिसे इपपोन, वजा-आरी और यूको कहते हैं. इपपोन तब होता है, जब खिलाड़ी विपक्षी खिलाड़ी को थ्रो करता है और उसे उठने नहीं देता. इपपोन होने पर एक फुल अंक दिया जाता है और खिलाड़ी की जीत हो जाती है. सुशीला देवी ने इपपोन के जरिए ही सेमीफाइनल में जीत हासिल की थी.

भारत के अब 8 मेडल

भारत के अब पदकों की संख्या 8 हो गई है. जूडो में दो पदक के अलावा भारत ने 6 मेडल वेटलिफ्टिंग में जीते. वेटलिफ्टर मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा और अचिंता शेउली ने गोल्ड जीता था. वहीं संकेत सरगर और बिंदियारानी देवी ने सिल्वर मेडल अपने नाम किए. इसके अलावा गुरुराजा पुजारी ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. वहीं भारत का  लॉन बॉल में भी एक मेडल पक्का हो चुका है.

 

 

 

 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement