
जेरेमी लालरिनुंगा ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में स्वर्णिम प्रदर्शन किया है. जेरेमी लालरिनुंगा ने पुरुष वेटलिफ्टिंग के 67 किलो भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीता है. जेरेमी लालरिनुंगा ने स्नैच में रिकॉर्ड 140 किलो का वजन उठाया, वहीं क्लीन एंड जर्क में वह 160 किलो भार उठाने में सफल रहे. इसके चलते गेम्स रिकॉर्ड बनाते हुए जेरेमी ने कुल 300 किलो वजन उठाया और स्वर्ण पदक अपने नाम किया.
19 साल के जेरेमी लालरिनुंगा ने गोल्ड मेडल जीतने के बाद आजतक से खास बातचीत की. जेरेमी लालरिनुंगा ने कहा कि वह कॉमनवेल्थ 2022 में गोल्ड मेडल जीतने से खुश हैं लेकिन मांसपेशियों में खिंचाव के चलते अपना बेस्ट परफॉर्मेंस नहीं दे पाए. जेरेमी लालरिनुंगा ने यह गोल्ड मेडल खासतौर पर अपनी फैमिली और दादा-दादी को डेडिकेट किया है.
2011 में शुरू की वेटलिफ्टिंग
जेरेमी ने कहा, 'मैने दिसंबर 2011 में वेटलिफ्टिंग शुरू किया. फिर 2012 में आर्मी स्पोट्स इंस्टीच्यूट में मिजोरम के कोच ने मुझे ट्रेनिंग करवाया तब से मैं लगातार वेटलिफ्टिंग कर रहा हूं. मुझे गोल्ड मिला है लेकिन बेस्ट परफॉर्मेंस दे नहीं पाया. मैं दिखाना चाहता था कि मैंने कितना मेहनत किया है, लेकिन गेम में कुछ पता नहीं लगता है. क्लीन एंड जर्क के दौरान मांसपेशियों मे खिंचाव के कारण मैं बेस्ट नहीं दे पाया. वैसे मैं खुश हूं.'
अब 73 किलो भारवर्ग में जाएंगे जेरेमी
घर में पापा भाई की तरह ट्रीट करते हैं. मम्मी भी ऐसे ही ट्रीट करती है. पास में पापा के साथ बॉक्सिंग भी कर लेता हूं. वजन बढ़ाना काफी मुश्किल होगा, लेकिन विश्वास है कि मैं ट्रेनिंग कर लूंगा. 67 छोड़कर अब 73 किलो भारवर्ग में चला जाउंगा. पेरिस ओलंपिक के लिए तैयार करने का टारगेट है और उम्मीद है कि अच्छा प्रदर्शन करुंगा. मैं यह मेडल पूरे देशवासियों को समर्पित करना चाहता हूं. साथ ही अपनी फैमिली और दादा-दादी को खास तौर पर.'
भारत को अबतक मिले हैं पांच मेडल
कॉमनवेल्थ 2022 मे भारत को पांचों पदक अब तक वेटलिफ्टरों ने दिलाए हैं. इससे पहले टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चनू ने 49 किलो भारवर्ग में सोना जीता था. वहीं संकेत महादेव सरगर पुरुषों की 55 किलो भारवर्ग एवं बिंदियारानी देवी ने भी महिलाओं के 55 किलोग्राम भारवर्ग में सिल्वर मेडल अपने नाम किया. इसके अलावा गुरुराजा पुजारी 61 किलो भारवर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रहे थे.
(इनपुट: नितिन श्रीवास्तव)