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Lawn Bowls CWG 2022: लवली, पिंकी, रूपा... जानें कौन हैं लॉन बॉल्स में गोल्ड जीतने वालीं महिलाएं

भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में एक ऐसे स्पोर्ट्स में गोल्ड मेडल जीता है, जिसका नाम देश में कम ही लोगों ने सुना होगा. टीम इंडिया के लिए यह जीत ऐतिहासिक रही, बर्मिंघम में तिरंगा लहराने वालीं यह महिला टीम के प्लेयर्स के बारे में जानिए...

लॉन बॉल्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली महिलाएं (फोटो: PTI) लॉन बॉल्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली महिलाएं (फोटो: PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 10:24 AM IST
  • भारत ने लॉन बॉल्स में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा
  • बेहद साधारण बैकग्राउंड से आती हैं सभी महिला प्लेयर्स

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में टीम इंडिया का शानदार प्रदर्शन जारी है. मंगलवार को यहां इतिहास रचा गया, महिला टीम ने लॉन बॉल के मुकाबले में गोल्ड मेडल जीता. साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुए मुकाबले में भारत ने 17-10 से जीत दर्ज की थी. कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में यह पहली बार हुआ, जब इस गेम में भारत को कोई मेडल मिला है. 

अलग-अलग बैकग्राउंड से निकलीं चार महिलाओं ने बर्मिंघम में देश का नाम रोशन किया. जिस खेल को भारत में काफी कम लोग जानते हैं, उस लॉन बॉल्स में भारत को गोल्ड मेडल जिताने वाली टीम कौन-सी है, उनके बारे में कुछ जानिए... 

लॉन बॉल्स में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम में कुल चार महिलाएं हैं, इनका नाम लवली चौबे, रूपा रानी टिर्की, पिंकी और नयनमोनी साकिया है.

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क्लिक करें: क्या है लॉन बॉल्स गेम? जिसमें भारत की बेटियों ने गोल्ड जीत इतिहास रच दिया

लवली चौबे-
42 साल की लवली चौबे झारखंड के रांची से आती हैं. एक मिडिल क्लास फैमिली से आने वालीं लवली के पिता कोल इंडिया में कर्मचारी थे, वह अब रिटायर हो चुके हैं जबकि उनकी माता गृहस्थी ही हैं. लवली अभी झारखंड पुलिस में कॉन्स्टेबल हैं, उन्होंने साल 2008 में पहली बार लॉन बॉल्स नेशनल्स में हिस्सा लिया था और गोल्ड मेडल जीता था. वह इस टीम की लीडर हैं. 

नयनमोनी साकिया 
असम के गोलाघाट में जन्मीं नयनमोनी साकिया एक किसान की बेटी हैं, उनकी मां ने बचपन से ही खेल को लेकर दिलचस्पी का ध्यान रखा. साल 2008 में नयनमोनी ने वेटलिफ्टिंग में अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत की थी, लेकिन पैर में लगी चोट की वजह से उन्हें यह खेल छोड़ना पड़ा. साल 2011 से ही नयनमोनी साकिया असम के फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में नौकरी करती हैं. 

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पिंकी 
दिल्ली में जन्मी पिंकी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्पोर्ट्स डिग्री हासिल की है. वह दिल्ली के ही एक स्कूल में बतौर फिजिकल एजुकेशन टीचर के तौर पर काम करती हैं. दिल्ली पब्लिक स्कूल में जहां वह पढ़ाती हैं, उन्हें वहां पर ही लॉन बॉल्स के बारे में सबसे पहले जानकारी मिली थी. यहां कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 के लिए इसको तैयार किया गया था, इसी के बाद पिंकी की दिलचस्पी इस खेल में आई और आज वह कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल विजेता हैं.  

रूपा रानी तिर्की 
झारखंड के रांची से ताल्लुक रखने वालीं रूपा राज्य सरकार में जिला स्पोर्ट्स ऑफिसर हैं. वह भारत के लिए तीन कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा ले चुकी हैं, इसमें 2010, 2018 और 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 शामिल हैं. वह 2009 की बॉल्स चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल भी अपने नाम कर चुकी हैं. 

गौरतलब है कि भारत में लॉन बॉल्स के बारे में काफी कम लोग जानते हैं, इस तरह के खेल के लिए बहुत बेहतरीन सुविधाएं भी नहीं हैं. लेकिन उसके बाद भी भारतीय महिलाओं ने जिस तरह कॉमनवेल्थ गेम्स में झंडा गाड़ा है, वह काबिल-ए-तारीफ है. यही कारण है कि सोशल मीडिया पर इन सभी की तारीफ की जा रही है, साथ ही लोग अब लॉन बॉल्स के बारे में जानना चाह रहे हैं. 

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