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Neeraj Chopra: नीरज चोपड़ा कॉमनवेल्थ गेम्स से बाहर, भारत के हाथ से निकला एक पक्का GOLD

जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स-2022 से बाहर हो गए हैं. नीरज चोपड़ा चोटिल हैं, इसलिए उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया है. 24 साल के नीरज चोपड़ा ने हाल ही में वर्ल्ड एथलेटिक्स में सिल्वर मेडल जीता था, उनसे कॉमनवेल्थ गेम्स में भी इतिहास रचने की उम्मीदें थीं. लेकिन अब वह इसमें हिस्सा नहीं ले पाएंगे. नीरज चोपड़ा ने खुद कन्फर्म किया है कि वह चोट की वजह से इन खेलों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. 

Neeraj Chopra (File Pic) Neeraj Chopra (File Pic)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 1:09 PM IST
  • चोट की वजह से कॉमनवेल्थ गेम्स नहीं खेलेंगे नीरज चोपड़ा
  • हाल ही में वर्ल्ड एथलेटिक्स में जीता था सिल्वर मेडल

Neeraj Chopra: बर्मिंघम में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 की शुरुआत से ठीक पहले भारत को बड़ा झटका लगा है. टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा कॉमनवेल्थ गेम्स से बाहर हो गए हैं. कुछ दिन पहले ही वर्ल्ड एथलेटिक्स में सिल्वर जीतने वाले नीरज चोट के चलते कॉमनवेल्थ गेम्स मिस कर रहे हैं. 

भारत अक्सर कॉमनवेल्थ गेम्स में बेहतर प्रदर्शन करता है और टॉप-3 में अपनी जगह कन्फर्म करता है. इस बार हर किसी को उम्मीद थी कि नीरज चोपड़ा की वजह से जैवलिन थ्रो में भारत का गोल्ड मेडल पक्का हो सकता है. लेकिन नीरज चोपड़ा ने खुद कन्फर्म किया है कि वह चोट की वजह से इन खेलों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. 

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क्यों हिस्सा नहीं ले पाएंगे नीरज चोपड़ा?

वर्ल्ड एथलेटिक्स इवेंट के बाद नीरज चोपड़ा का MRI स्कैन हुआ था, जिसमें ग्रोइन एंजरी की बात पता लगी है. ऐसे में नीरज चोपड़ा को करीब एक महीने का आराम करने की सलाह दी गई है, यही वजह है कि वह कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 से बाहर हो गए हैं.

कॉमनवेल्थ गेम्स में नीरज चोपड़ा का मैच 5 अगस्त को होना था, उसी दिन जैवलिन थ्रो का इवेंट था. अब इस फील्ड में भारत की उम्मीदें डीपी मनु और रोहित यादव से हैं. जैवलिन थ्रो में अब यह दोनों ही भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.

विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में नीरज चोपड़ा ने भले ही सिल्वर मेडल पर कब्जा कर इतिहास रच दिया हो, लेकिन उन्होंने फाइनल में 6 थ्रो में 3 बार फाउल किया. उनका पहला और आखिरी दो थ्रो फाउल हुए. गौरतलब है कि उन्होंने चौथे थ्रो में 88.13 मीटर भाला फेंक कर भारत के लिए रजत पदक पक्का किया.

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नीरज के फाउल के पीछे की वजह पैर का दर्द था. नीरज ने खुद कहा था कि चौथे थ्रो में उन्हें ग्रोइन में ज्यादा दर्द हुआ. उसकी वजह से अंतिम दो थ्रो में वह पूरा जोर नहीं लगा पाए. उन्होंने कहा था कि बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करेंगे. लेकिन चोट की वजह से उनका यह सपना अधूरा रहा.

टोक्यो ओलंपिक और वर्ल्ड एथलेटिक्स में रचा इतिहास

24 साल के नीरज चोपड़ा से देश को काफी उम्मीदें थीं, उन्होंने 2019 में ऑपरेशन करवाने के बाद ट्रैक पर वापसी की और उसके बाद से ही इतिहास रचे जा रहे हैं. टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीता और भारत की ओर से दूसरे ऐसे एथलीट बने जिन्होंने सिंगल पर्सन वाली कैटेगरी में गोल्ड जीता हो.

इसके अलावा इसी हफ्ते नीरज चोपड़ा ने अमेरिका में आयोजित वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीता. नीरज चोपड़ा 2003 के बाद पहले ऐसे भारतीय बने, जिन्होंने यहां कोई मेडल जीता. नीरज चोपड़ा ने 88.13 मीटर दूर तक भाला फेंका था और सिल्वर मेडल अपने नाम किया था.

आपको बता दें कि इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स इंग्लैंड के बर्मिंघम में खेले जा रहे हैं, जिनकी शुरुआत 28 जुलाई से होनी है. भारत की ओर से इस बार 200 से अधिक सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल कॉमनवेल्थ गेम्स में भेजा गया है, जिसमें सवा सौ के करीब खिलाड़ी शामिल हैं. 

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