इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने 2016 में जब भारत का दौरा किया था, तो मेजबान टीम ने 4-0 से सीरीज पर कब्जा किया था. राजकोट में खेला गया पहला टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था, लेकिन इसके बाद के चारों मैचों में कोहली की सेना विजयी रही थी. टीम इंडिया की इस सीरीज जीत में विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, आर अश्विन जैसे स्टार खिलाड़ियों ने अहम भूमिका निभाई थी. लेकिन इनके अलावा भी कुछ ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने सीरीज में अपनी छाप छोड़ी थी और जीत के हीरो रहे थे. ऐसे ही उन खिलाड़ियों के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं.
करुण नायर: टीम इंडिया के इस खिलाड़ी ने मोहाली में खेले गए सीरीज के तीसरे मैच में अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था. लेकिन चेन्नई टेस्ट की उनकी पारी आज भी हर कोई याद करता है और वो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दर्ज है. इस मैच में करुण नायर ने तिहरा शतक जड़ा था और नाबाद 303 रनों की पारी खेली थी. उनकी इस पारी की बदौलत टीम इंडिया 7 विकेट के नुकसान पर 759 रनों का विशाल स्कोर बनाने में सफल हुई थी. करुण नायर की इस पारी ने ये भी सुनिश्चित कर दिया था कि भारत को दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. टीम इंडिया ये मैच पारी से जीतने में सफल रही और सीरीज का समापन 4-0 से किया. करुण नायर को मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला था.
इंग्लैंड सीरीज के बाद से नायर भारतीय टीम में अंदर-बाहर होते रहे. उन्हें मार्च 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज में मौका मिला. इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में चुना गया. हालांकि, दौरे के दौरान वो टीम इंडिया की प्लान का हिस्सा नहीं रहे और ज्यादातर बेंच पर ही रहे. पांच मैचों की सीरीज में टीम इंडिया सिर्फ एक मैच जीतने में सफल रही थी. करुण नायर आखिरी बार सितंबर 2019 में इंडिया ए की ओर से खेले थे. दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ इस मैच में नायर ने दोनों पारियों में अर्धशतक ठोके थे.
जयंत यादव: इस नाम से ज्यादातर क्रिकेट प्रेमी वाकिफ होंगे. इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से इस ऑलराउंडर ने अपने करियर का आगाज किया था. उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में 29.55 की औसत से 9 विकेट लिए थे. यही नहीं उन्होंने बल्ले से भी अच्छा प्रदर्शन किया था और मुंबई टेस्ट में 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक ठोका था. इस सीरीज में उनका बल्लेबाजी औसत 73.66 था.
इंग्लैंड सीरीज के बाद जयंत यादव 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पुणे में खेले गए टेस्ट मैच में टीम का हिस्सा थे, लेकिन इस दौरान उनकी अंगुली में चोट लग गई और इसके बाद से वो टीम का हिस्सा नहीं बन पाए. करुण नायर की तरह जयंत यादव भी आखिरी बार इंडिया ए के लिए साल 2019 में मैदान में उतरे थे.
मुरली विजय: मुरली विजय टीम इंडिया के लिए आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया दौर (2018-19) पर खेले थे. 2016 की सीरीज में मुरली विजय ने दो शतक जड़े थे. राजकोट में तो उन्होंने 301 गेंदों में 126 रनों की पारी खेली थी, लेकिन इसके बाद मुरली विजय के प्रदर्शन का ग्राफ गिरता गया. 2018 में इंग्लैंड दौरे पर उनका प्रदर्शन बेहद ही खराब रहा था. लॉर्ड्स की दोनों पारियों में तो वो खाता भी नहीं खोल पाए थे और सीरीज में उनका एवरेज 6.5 रहा.
पार्थिव पटेल: टीम इंडिया का ये विकेटकीपर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुका है. इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में पार्थिव पटेल टीम इंडिया की जीत का अहम हिस्सा रहे थे. उन्होंने मोहाली टेस्ट में टीम इंडिया में वापसी करते हुए विकेटकीपिंग की और मुरली विजय के साथ पारी की शुरुआत की. पहली पारी में उन्होंने 42 रन बनाए. वहीं दूसरी पारी में उन्होंने 67 गेंदों में 54 रनों की पारी खेली, जिसकी बदौलत भारत टेस्ट जीतने में सफल रहा.
चेन्नई टेस्ट में भी पार्थिव पटेल ने अर्धशतक जड़ा और 112 गेंदों में 71 रन बनाए. इस मैच के बाद पार्थिव पटेल को सिर्फ दो टेस्ट मैचों में टीम इंडिया का हिस्सा बनने का मौका मिला. दोनों ही टेस्ट उन्होंने 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले थे.