इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम को 227 रनों से हार का सामना करना पड़ा. चेन्नई टेस्ट जीतकर इंग्लैंड ने 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त ले ली. ऑस्ट्रेलिया में दमदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम से उम्मीदें थीं कि वो इंग्लैंड का सीरीज में सफाया कर देगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. भारतीय टीम ने 4 साल बाद अपने घर में हार का स्वाद चखा.
इससे पहले 2017 में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को उसके ही घर में हराया था. पुणे में खेले गए इस मैच में भारतीय टीम को हार मिली थी. हालांकि भारतीय टीम ने वापसी करते हुए सीरीज पर 2-1 से कब्जा किया था.
पुणे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 260 रन बनाए थे. जवाब में भारतीय टीम 105 रनों पर सिमट गई थी. इसके बाद दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव स्मिथ के शतक की बदौलत 285 रन बनाने में सफल हुई और भारतीय टीम को 441 रनों का टारगेट दिया.
भारतीय टीम पर बड़े टारगेट का दबाव था. उसका कोई भी बल्लेबाज क्रीज पर टिकने का साहस नहीं दिखा पाया. पूरी टीम 107 रनों पर आउट हो गई. चेतेश्वर पुजारा ने सबसे ज्यादा 31 रन बनाए थे.
ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्टीव ओ कीफे ने सबसे ज्यादा 6 विकेट लिए थे. शानदार गेंदबाजी के लिए उन्होंने मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला. ये वो आखिरी मैच था जब भारतीय टीम को घर में हार मिली थी.
वहीं, भारतीय टीम 2012 के बाद से घर में कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी है. 9 साल पहले इंग्लैंड ने उसे मात दी थी. इंग्लिश स्पिनर्स के आगे भारतीय बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए थे. मोंटी पनेसर और ग्राम स्वॉन का उस सीरीज में बेजोड़ प्रदर्शन रहा था.