पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह जल्द ही अपनी राजनैतिक पारी की शुरुआत करने वाले हैं. पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी हरभजन सिंह पार्टी की तरफ से राज्यसभा भेज सकती है. इसके साथ ही उन्हें जालंधर में एक नए खेल विश्वविद्यालय का प्रभार भी दिया जा सकता है. हरभजन सिंह राजनीति में कदम रखने वाले पहले खिलाड़ी नहीं हैं. इससे पहले भी कई भारतीय क्रिकेटर, फुटबॉलर और विभिन्न क्षेत्रों के खिलाड़ी राजनीति में उतर चुके हैं.
नवजोत सिंह सिद्धू: भारत के लिए 51 टेस्ट और 136 वनडे मुकाबले खेलने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने साल 2004 में भारतीय जनता पार्टी के साथ अपनी राजनैतिक पारी की शुरआत की थी, जिसके बाद वह साल 2017 में पंजाब चुनावों के पहले कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. साल 2021 जुलाई से लेकर साल 2022 मार्च तक वह कांग्रेस पार्टी के पंजाब राज्य के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे. सिद्धू ने भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 7615 रन बनाए और उनके नाम कुल 15 इंटरनेशनल शतक हैं.
मोहम्मद अजहरुद्दीन: लंबे वक्त तक भारतीय टीम के कप्तान रहे मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भी साल 2009 में अपनी राजनैतिक पारी की शुरुआत की थी. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीतकर सांसद बने. 5 साल बाद उन्होंने राजस्थान की टोंक-सवाई माधोपुर से सीट से अपना दम दिखाया लेकिन 2014 की मोदी लहर में उन्हें भी हार मिली. मौजूदा वक्त में वह तेलंगाना कांग्रेस कमेटी के वर्किंग प्रेसिडेंट हैं.
गौतम गंभीर: टीम इंडिया के लिए 2007 टी-20 विश्व कप और 2011 विश्व कप जीत में अहम भूमिका निभा चुके गौतम गंभीर ने 2019 लोकसभा चुनावों के पहले भारतीय जनता पार्टी के साथ अपनी राजनैतिक पारी की शुरुआत की थी. उन्होंने BJP के टिकट से ईस्ट दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता भी. गौतम गंभीर अक्सर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नीतियों को लेकर हमलावर रहते हैं. 2020 दिल्ली चुनाव में मुख्यमंत्री पद के लिए BJP से वह भी दावेदारों में एक थे.
परगट सिंह: भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान परगट सिंह भी मौजूदा वक्त में राजनीति में एक्टिव हैं, परगट सिंह ने अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत शिरोमणी अकाली दल के साथ की थी. उन्होंने साल 2012 में जालंधर कैंट सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था. साल 2016 में उन्होंने अकाली दल से अलग होकर कांग्रेस पार्टी का दामन थामा, और वह 2012 से लगातार जालंधर कैंट से विधायक हैं. परगट सिंह कैप्टन अमरिंदर और चन्नी सरकार में मंत्री भी रहे हैं. साल 2022 में आम आदमी पार्टी की लहर के बावजूद भी वह अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे.
मनोज तिवारी: बंगाल के बल्लेबाज मनोज तिवारी पिछले साल हुए बंगाल विधानसभा चुनावों में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की तरफ से शिवपुर विधानसभा से चुनाव लड़ा और वह जीते. जिसके बाद उन्हें ममता बनर्जी की सरकार में उन्हें खेल और युवा मामलों के राज्य मंत्री का कार्यभार संभाला. मनोज हाल ही में बंगाल की तरफ से रणजी ट्रॉफी में भी खेलने के लिए उतरे थे. मनोज तिवारी ने टीम इंडिया के लिए 12 वनडे और 3 टी-20 मुकाबले खेले हैं.
राज्यवर्धन सिंह राठौर: भारत के लिए 2004 में एथेंस ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले शूटर राज्यवर्धन सिंह राठौर ने सितंबर 2013 में इंडियन आर्मी के रिटायरमेंट लेकर राजस्थान विधानसभा से चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली थी. जिसके बाद उन्हें 2014 के लोकसभा चुनावों में उन्हें जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का मौका मिला. चुनावों में जीत के बाद वह उन्हें साल 2017 में खेल और युवा मामलों का राज्य मंत्री भी बनाया गया था. वह मौजूदा समय में भी जयपुर ग्रामीण से सांसद हैं.
इनके अलावा चेतन शर्मा, चेतन चौहान, मोहम्मद कैफ, दिलीप टिर्की, कीर्ति आजाद, चेतन शर्मा, लक्ष्मीरतन शुक्ला, संदीप सिंह, योगेश्वर दत्त, बबिता फोगट, असलम शेर खान जैसे खिलाड़ियों ने राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई है. इनमें से कुछ सफल तो कुछ खिला़ड़ी असफल रहे हैं. क्रिकेटर से राजनेता बने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान मौजूदा वक्त में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का दायित्व निभा रहे हैं.