ईशान किशन ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का शानदार आगाज किया है. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के दूसरे मैच में डेब्यू करते हुए अर्धशतक जड़ा. भारत की 7 विकेट से इस जीत में ईशान किशन का अहम रोल रहा. उन्होंने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी की और इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर क्लास ली.
ईशान किशन अपनी इस पारी को अपने कोच के पिता को समर्पित करते हैं. ईशान किशन ने बताया उनका कुछ दिन पहले ही निधन हुआ. मैच के बाद झारखंड के इस बल्लेबाज ने कहा कि मेरे कोच के पिता का निधन कुछ दिन पहले हुआ और ये पारी उन्हीं को समर्पित है.
ईशान ने कहा कि मैं अपने आपको साबित करना चाहता था, क्योंकि मेरे कोच ने कहा था कि तुम्हें मेरे पिता के लिए कम से कम फिफ्टी बनानी है. तो मैं अपना अवॉर्ड उन्हीं को समर्पित करता हूं. 32 गेंदों पर 56 रन बनाने वाले ईशान किशन को मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला.
ईशान किशन ने अपने पहले मैच में जिस तरह की बल्लेबाजी की उससे ये कहा जा सकता है कि वह लंबे रेस के घोड़े हैं. उनकी बल्लेबाजी में बड़े शॉट भी थे और जरूरत पड़ने पर वह स्ट्राइक भी रोटेट करते रहे. आईपीएल के पिछले सीजन में उन्होंने मुंबई इंडियंस को कई बार मुश्किल स्थिति से निकाला. रविवार को विराट कोहली के साथ मिलकर उन्होंने ना सिर्फ भारत को जीत दिलाई, बल्कि फिफ्टी भी जड़ी. भारत का खाता भी नहीं खुला था कि उसे केएल राहुल के रूप में पहला झटका लगा.
इसके बाद ईशान किशन ने कप्तान कोहली के साथ दूसरे विकेट के लिए 94 रनों की साझेदारी की. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ईशान किशन का पहला रन चौके से आया. इस बल्लेबाज को देखकर कहीं से लगा ही नहीं कि वह अपना पहला मैच खेल रहे हैं. ईशान ने मैदान के हर ओर शॉट लगाए.