मेलबर्न टेस्ट में टॉस हारने के बाद टीम इंडिया को जिस बल्लेबाज से खतरा था वह स्टीव स्मिथ थे, लेकिन भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने स्टीव स्मिथ को शून्य रन पर आउट कर भारत को आधी बाजी जितवा दी.
सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने मेलबर्न की टर्न लेती पिच पर स्टीव स्मिथ का खेल खत्म कर दिया. 15वें ओवर में अश्विन ने अपनी तीसरी गेंद पर स्टीव स्मिथ को चेतेश्वर पुजारा के हाथों स्लिप में बेहतरीन अंदाज में कैच आउट करा दिया.
स्टीव स्मिथ जैसे खतरनाक बल्लेबाज का आउट होना भारत के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ. स्मिथ खाता भी नहीं खोल पाए और उन्होंने लेग गली में नए उप-कप्तान चेतेश्वर पुजारा को कैच थमाया. टी ब्रेक के समय तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 136 रन 5 विकेट के नुकसान पर था.
स्टीव स्मिथ को जीरो पर आउट करने के बाद सोशल मीडिया पर रविचंद्रन अश्विन की जमकर तारीफ हो रही है. अश्विन के आगे स्टीव स्मिथ का बल्ला अब तक इस सीरीज में खामोश रहा है. पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में भी अश्विन ने स्मिथ को 1 रन पर आउट किया था और अब मेलबर्न में भी दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज को बिना खाता खोले पवेलियन लौटा दिया.
मेलबर्न टेस्ट में अब तक ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 28 रन देकर दो विकेट, जबकि बुमराह ने 24 रन देकर दो सफलता हासिल की है. इस टेस्ट में डेब्यू कर रहे तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को भी एक विकेट मिला.
पहले सेशन में ऑस्ट्रेलिया ने जो बर्न्स (0), मैथ्यू वेड (30) और स्टीव स्मिथ (0) के विकेट गंवाए थे, जबकि दूसरे सेशन में उसने मार्नस लाबुशेन (48) और ट्रेविस हेड (38) के विकेट गंवाकर 71 रन बनाए. पारी की शुरुआत करने मैथ्यू वेड (30) और जो बर्न्स आए, लेकिन जसप्रीत बुमराह ने उन्हें पैर नहीं जमाने दिया और पारी के पाचंवें ओवर की दूसरी गेंद पर उन्हें विकेट के पीछे ऋषभ पंत के हाथों कैच करा दिया.
एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में नाबाद अर्धशतक लगाने वाले बर्न्स यहां 10 गेंदों का सामना करने के बाद खाता भी नहीं खोल सके. दूसरे छोर पर वेड खुलकर रन बना रहे थे. उनके इरादे खतरनाक दिख रहे थे.
बुमराह तो प्रभावशाली दिख रहे थे, लेकिन दूसरे छोर पर उमेश यादव दबाव नहीं बना पा रहे थे. वेड और नए बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन पर दबाव बनाने के लिए कप्तान अजिंक्य रहाणे स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को अटैक पर लाए.
अश्विन ने आते ही कमाल किया और अपने दूसरे तथा पारी के 13वें ओवर की पांचवीं गेंद पर वेड को आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई. वेड का कैच रवींद्र जडेजा ने लिया. वेड ने 39 गेंदों का सामना कर तीन चौके लगाए. ऑस्ट्रेलिया का यह विकेट 35 के कुल स्कोर पर गिरा. अब लाबुशेन का साथ देने अनुभवी स्टीव स्मिथ आए, जिनका की एमसीजी में रिकॉर्ड बेमिसाल रहा है. भारत के लिए यह विकेट बहुत अहम था और इसी कारण रहाणे ने एक तरफ से स्पिन और एक तरफ से फास्ट बॉलिंग लगाए रखा.
स्मिथ हालांकि इस कॉम्बिनेशन को अधिक देर नहीं झेल सके और 38 के कुल स्कोर पर खाता खोले बगैर ही अश्विन की गेंद पर शॉर्ट फाइन लेग पर चेतेश्वर पुजारा द्वारा लपक लिए गए. भारत के खिलाफ स्मिथ दूसरी बार शून्य पर आउट हुए. पारी के 16वें ओवर में बुमराह ने लाबुशेन को फंसा लिया था, लेकिन अंपायर पॉल रेफरल ने भारत के LBW की अपील को नकार दिया. इस पर भारत ने रिव्यू लिया, लेकिन तीसरे अंपायर ने उसे भी नकार दिया.
27वें ओवर की तीसरी गेंद पर भी अश्विन ने लाबुशेन को फंसाया और LBW की जोरदार अपील हुई. अंपायर ने उंगली उठा दी, लेकिन लाबुशेन ने रिव्यू ले लिया. रिव्यू में पता चला कि गेंद स्टंप मिस कर रही थी. इस तरह लाबुशेन को दो मौकों पर किस्मत का साथ मिला. लंच के बाद पारी के 42वें ओवर की पांचवीं गेंद पर बुमराह ने हेड को स्लिप में कप्तान रहाणे के हाथों कैच कराकर यह साझेदारी तोड़ दी. हेड ने 92 गेंदों का सामना करते हुए चार चौकों की मदद से 38 रन बनाए. बालिंग चेंज में रहाणे मोहम्मद सिराज को दूसरे स्पेल के लिए लेकर आए और सिराज ने लाबुशेन को डीप फाइन लेग में शुभमन गिल के हाथों कैच कराकर भारत को पांचवीं सफलता दिलाई.