ऑस्ट्रेलियाई स्पिन लीजेंड शेन वॉर्न ने 52 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है. वह थाईलैंड में छुट्टियां मना रहे थे, इसी दौरान शुक्रवार (4 मार्च) को संदिग्ध हार्ट अटैक से उनका निधन हुआ. ऑस्ट्रेलिया के अलावा वॉर्न का भारतीय क्रिकेट में भी काफी योगदान रहा है.
वॉर्न इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का पहला सीजन (2008) जीतने वाले कप्तान थे. उनकी कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स टीम में रवींद्र जडेजा, यूसुफ पठान और मुनाफ पटेल जैसे कई खिलाड़ी निखरकर सामने आए. वॉर्न ने तब जडेजा को रॉकस्टार कहा था.
जडेजा ने ट्वीट कर वॉर्न को श्रद्धांजलि दी. इस पर रिट्वीट करते हुए हर्षा भोगले ने रवींद्र जडेजा को याद दिलाया कि शेन वॉर्न उनसे और यूसुफ पठान से बहुत प्यार करते थे. 2008 में एक बार शेन वॉर्न ने कहा था कि ''यह बच्चा (जडेजा) एक रॉकस्टार है''. वॉर्न ने यह बात मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में हर्षा से कही थी.
हर्षा को जवाब देते हुए जडेजा ने कहा कि हर्षा भाई मुझे यह बात याद है. बस फिर क्या था, जडेजा ने इसके बाद बल्ले से भी जवाब दिया और उन्होंने करियर का दूसरा टेस्ट शतक जड़ते हुए शेन वॉर्न को असली श्रद्धांजलि दी.
दरअसल, इंडिया और श्रीलंका के बीच 4 मार्च से दो टेस्ट की सीरीज का पहला मुकाबला मोहाली में खेला जा रहा है. मैच के दूसरे दिन रवींद्र जडेजा ने 228 बॉल पर ताबड़तोड़ तरीके से 175 रन जड़ दिए. टेस्ट में उनका यह बेस्ट स्कोर भी बन गया है. जडेजा की यह आतिशी पारी वॉर्न को ट्रिब्यूट रही.
जडेजा 2008 आईपीएल सीजन में शेन वॉर्न की कप्तानी में राजस्थान टीम के लिए खेले थे. उस सीजन में जडेजा ने 14 मैच खेले थे, जिसमें 135 रन बनाए थे. तब 36 रन उनका बेस्ट स्कोर था. उस सीजन में जडेजा ने सिर्फ 2.1 ओवर गेंदबाजी की थी, जिसमें कोई विकेट नहीं मिला था.
शेन वॉर्न ही आईपीएल नीलामी के इतिहास में बिकने वाले पहले प्लेयर थे, जिन्हें राजस्थान रॉयल्स टीम ने 4.50 लाख डॉलर (करीब 2 करोड़ रुपए) में खरीदा था. उन्हें टीम का कप्तान बनाया गया. वॉर्न की कप्तानी में राजस्थान टीम ने फाइनल में चेन्नई को 3 विकेट से हराकर खिताब जीता था.
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