शेफाली वर्मा की कप्तानी में भारतीय महिला अंडर-19 टीम ने इतिहास रच दिया. रविवार (29 जनवरी) को हुए आईसीसी वूमेन्स अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को सात विकेट से पराजित किया. यह कामयाबी इसलिए खास है क्योंकि भारत की सीनियर या जूनियर महिला टीम ने पहली बार कोई वर्ल्ड कप टाइटल अपने नाम किया है.
19 साल की शेफाली वर्मा का जन्म 28 जनवरी 2004 को रोहतक मडिल क्लास परिवार में हुआ था. शेफाली के पिता संजीव वर्मा शहर में जेवलर्स का काम करते हैं और मां परवीण वर्मा हाउस हैं. संजीव वर्मा अपनी बेटी (शेफाली) को रोहतक के लाहली क्रिकेट ग्राउंड में रणजी मैच देखने के लिए गए. उस मुकाबले में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी भाग ले रहे थे.
मैदान पर सचिन को खेलता देख शेफाली ने कहा कि वह भी क्रिकेट खेलना चाहती हैं. तब शेफाली की बात को हल्के में लेते हुए संजीव अपने घर आ गए थे. मगर शेफाली पर क्रिकेट की धुन सवार हो गई और उन्होंने बैट लेने की जिद्द कर दी. कुछ दिन बाद पिता ने शेफाली को बैट दिला दिया. बैट मिलने से उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. फिर क्या था, जब भी उन्हें मौका मिलता गली के बच्चों के साथ गली में क्रिकेट खेलने लग जातीं.
क्रिकेट के प्रति लगन को देखते हुए पिता शेफाली वर्मा को कई क्रिकेट एकेडमी में गए. मगर लड़की होने की वजह से मना कर दिया गया. उस समय ज्यादातर क्रिकेट एकेडमी लड़कों को ही तवज्जो देते थे और उनका मानना था कि क्रिकेट सिर्फ लड़कों का ही खेल है.
शेफाली की जिद्द की वजह से संजीव वर्मा झज्जर रोड पर स्थित श्रीराम क्रिकेट एकेडमी में अनीश शर्मा से मिले. इसके लिए संजीव ने शेफाली का हेयरकट लड़कों की तरह करवाया. बाल कटने पर शेफाली लड़कों की तरह दिखने लगीं और अनीश ने भी उन्हें अपनी एकेडमी में ट्रेनिंग देनी शुरू की. शेफाली ने लड़कों के साथ खेलना शुरू किया.
शुरू में शेफाली खेलने के लिए अपने भाई के साथ एकेडमी में जाती थीं. लेकिन बाद में शेफाली को माता-पिता एकेडमी में छोड़ने लगे. शेफाली की मां परवीन वर्मा बताती है कि उनकी बेट नॉनवेज नहीं खाती है, बाकी सब कुछ उनको पसंद है.
शेफाली वर्मा ने सितंबर 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी. डेब्यू के समय शेफाली महज 15 साल की थीं.
नवंबर 2019 में शेफाली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे कम उम्र में (15) अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया. शेफाली ने इस मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया था जिन्होंने 16 साल की उम्र में फिफ्टी जड़ी थी. वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच टी20 मैचों की उस सीरीज में 158 रन के साथ शेफाली प्लयेर ऑफ द सीरीज भी चुनी गई थीं. शेफाली से टीम इंडिया को आने वाले दिनों में और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है.
(रिपोर्ट: सुरेंद्र सिंह)