भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार छह सप्ताह तक मैदान से दूर रहेंगे और अब वह IPL 2021 के समय मैदान पर वापसी कर पाएंगे. भुवनेश्वर को दो अक्टूबर को IPL में चेन्नई सुपर के खिलाफ खेले गए मैच में जांघ में चेन्नई की पारी के 19वें ओवर के दौरान चोट लगी थी और वह केवल एक ही गेंद फेंकने के बाद मैदान से बाहर चले गए थे.
30 वर्षीय भुवनेश्वर फिलहाल बेंगलुरु के राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में अपनी चोट से उबर रहे हैं और वह अगले महीने तक अपना रिहेबिलिटेशन पूरा कर लेंगे. भारतीय तेज गेंदबाज अब छह महीने तक क्रिकेट से दूर रहेंगे.
सूत्रों का मुताबिक भुवनेश्वर वह केवल IPL के समय तक ही फिट हो पाएंगे, क्योंकि वह छह महीने तक क्रिकेट से बाहर हो गए हैं. स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट हीथ मैथ्यूज, जोकि मुंबई इंडियंस से जुड़े हैं, उन्होंने कहा है कि भुवनेश्वर को क्लासिक चोटें लग रही हैं.
मैथ्यूज ने कहा, 'तेज गेंदबाजों के साथ समस्या यह है. पिछले कुछ वर्षों से भुवनेश्वर की किस्मत उनका साथ नहीं दे रही हैं और उन्हें काफी चोटें लग रही हैं. कभी पीठ में खिंचाव, साइड स्ट्रेन तो कभी हैमस्ट्रिंग स्ट्रेन. यह सब लोअर बैक एरिया में है, जोकि अक्सर गेंदबाजों के लिए समस्या खड़ी करती है.'
यह पूछे जाने पर कि क्या भुवनेश्वर जैसे गेंदबाजों की गेंदबाजी की गति या शैली में बदलाव एक तेज गेंदबाज के शरीर पर प्रभाव डाल सकता है, इस पर मैथ्यूज ने कहा, 'कभी-कभी एक गेंदबाज जो अतिरिक्त गति और अतिरिक्त स्विंग प्राप्त करने की कोशिश करता है तो उसे ऐसा करने के लिए कुछ सीजन लगते हैं.'
मैथ्यूज ने कहा, 'कई बार, नई स्ट्रेस में ढलने में शरीर को थोड़ा समय लगता है. दुर्भाग्य से, यह कुछ क्षेत्रों में यह ओवरलोड हो सकता है. एलीट लेवल पर आप इसके ज्यादा करीब हैं. बदलाव आपके शरीर के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है और इसे समायोजित होने में लंबा समय लेता है.'