
83 Movie: कपिल देव की कप्तानी में 1983 वर्ल्ड कप की जीत ने भारत में क्रिकेट के खेल को एक नई राह प्रदान की थी. उस वर्ल्ड कप जीत के लम्हे को दोबारा याद दिलाने के लिए शुक्रवार को '83' मूवी रिलीज हो रही है. कबीर खान के निर्देशन में बनी इस मूवी में सुनील गावस्कर का किरदार ताहिर राज भसीन निभा रहे हैं.
सुनील गावस्कर का शुमार दुनिया के सबसे महानतम बल्लेबाजों में होता है. वह टेस्ट क्रिकेट में दस हजार रन एवं 34 शतक के आंकड़े को छूने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज थे. गावस्कर ने क्रिकेट के लंबे फॉर्मेट में कई यादगार पारियां खेलीं, जो आज भी क्रिकेट फैंस के जेहन में हैं. लेकिन इसके उलट वनडे इंटरनेशनल में उनका प्रदर्शन उतना बेहतरीन नहीं रहा.
... बल्ले से फ्लॉप रहे थे 'सनी G'
1983 के वर्ल्ड कप में गावस्कर बल्ले से पूरी तरह फेल रहे थे. गावस्कर 6 मुकाबलों में 9.83 की एवरेज से महज 59 रन जोड़ पाए थे. इस दौरान उनका एवरेज 9.83 एवं स्ट्राइक रेट 49.16 का रहा था. वह दो मौके पर ही दहाई का आंकड़ा छू सके थे और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 25 रन रहा था. वेस्टइंडीज के खिलाफ फाइनल मुकाबले में भी गावस्कर महज दो रन बनाकर एंडी रॉबर्ट्स की गेंद पर आउट हो गए थे. इसकी भरपाई उन्होंने मैल्कम मार्शल और लैरी गोम्स का कैच पकड़कर जरूर करने की कोशिश की.
सुनील गावस्कर 1983 की जीत को अपने जीवन का सबसे यादगार पल मानते हैं. गावस्कर ने कहा, 'मेरा यादगार पल तो वही है, जब कपिल देव अपने हाथों में वर्ल्ड कप लेकर उसे अपने सिर पर ऊपर उठाते हैं और बालकनी के नीचे खड़े हजारों भारतीय फैंस को दिखा रहे थे कि हमने यह कारनामा कर दिखाया.'
फाइनल में जीत का भरोसा नहीं था
गावस्कर को फाइनल मुकाबले में जीत का भरोसा नहीं था, लेकिन विवियन रिचर्ड्स का विकेट गिरने के बाद उन्हें आशा बंधी थी. गावस्कर ने कहा, 'पहले मुझे जीत को लेकर उतना कॉन्फिडेंस नहीं था, लेकिन जैसे ही विवियन रिचर्ड्स का विकेट गिरा, तो लगा कि अब शायद हम जीत सकते हैं. वह मैच का अहम मोड़ था, जहां से मैच बदल गया.'
सुनील गावस्कर ने साल 1971 में वेस्टइंडीज दौरे पर अपना टेस्ट डेब्यू किया था. वेस्टइंडीज के खिलाफ उस डेब्यू सीरीज में गावस्कर ने 4 टेस्ट मैचों में रिकॉर्ड 774 रन बनाए, जो आज भी डेब्यू करते हुए पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड है. इस दौरान गावस्कर ने चार शतक (दो दोहरा शतक समेत) और तीन अर्धशतक जड़े थे.
गावस्कर ने तीन बार टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक जड़ने का कमाल दिखाया था. यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह इकलौते भारतीय हैं. 1971 में डेब्यू सीरीज में उन्होंने पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 124 और 220 रनों की पारी खेली थी. इसके बाद 1978 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट में उनकी 111 और 137 रनों की पारी को आज भी याद किया जाता है. उसी वह वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता टेस्ट की भी दोनों पारियों में शतक लगाने में कामयाब रहे थे. कोलकाता टेस्ट में उन्होंने 107 और 182 रनों की पारी खेली थी.
सुनील गावस्कर ने 16 साल (1971-1987) के अपने टेस्ट करियर में कुल 125 टेस्ट मैच खेले. 34 शतकों के साथ 10,122 रन बनाए. उनकी बल्लेबाजी औसत 51.12 की रही. उनके 34 शतकों का रिकॉर्ड 2005 में सचिन तेंदुलकर ने तोड़ा था. गावस्कर ने 108 वनडे इंटरनेशनल में में 35.13 की औसत से 3092 रन बनाए. वनडे में उनके बल्ले एक ही शतक निकला, वो भी 107वें मैच में.