
भारतीय क्रिकेट टीम में इस समय कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा को टी20 और वनडे टीम का कप्तान बनाया गया. इसके बाद कोहली और बीसीसीआई के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया. बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था कि उन्होंने कोहली को टी20 की कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए कहा था. जबकि कोहली ने इस बात से इनकार कर दिया.
ऐसे में अब कोहली और बीसीसीआई के बीच तनाव काफी गहरा गया है. कोहली के बयान के बाद गांगुली ने सिर्फ यही कहा है कि भारतीय बोर्ड इस मामले को संभाल लेगा. आप इसे हम पर छोड़ दीजिए.
इन सभी चीजों के बीच 1983 के वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे कीर्ति आजाद ने भी अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा है कि इस मामले में गांगुली को अपने अनुभव से बहुत कुछ सीखना चाहिए और आगे आकर कोहली से बात कर मामला सुलझाना चाहिए.
गांगुली को अपने अनुभव से सीखना चाहिए
बीसीसीआई सेलेक्टर रहे कीर्ति आजाद ने न्यूज 18 से कहा, 'मुझे याद है कि बिशन सिंह बेदी और सुनील गावस्कर को किस तरह से कप्तानी से हटाया था. वेंकटराघवन तो फ्लाइट में थे... तब पता चला था कि उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया है. कम से कम सौरव गांगुली को तो अपने अनुभव से सीखना चाहिए.'
'...विराट कोहली एक स्पेशल बल्लेबाज हैं'
कीर्ति आजाद ने कहा कि मुझे याद है कि जब ग्रैग चैपल टीम इंडिया के कोच थे, तब गांगुली को कप्तानी से हटाया गया था. तब मैंने गांगुली का सपोर्ट किया था. उन्हें अपने खुद के अनुभव से सीखना चाहिए और जल्द से जल्द कोहली से बात करना चाहिए. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि विराट का मामला स्पेशल है, लेकिन हां, वह एक स्पेशल बल्लेबाज और क्रिकेटर जरूर हैं.