
IND vs NZ Mumbai Test: टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच दो टेस्ट की सीरीज का आखिरी और निर्णायक मैच शुक्रवार (3 दिसंबर) से मुंबई में खेला जाएगा. पहला मैच काफी करीब जाकर भी टीम इंडिया जीत नहीं सकी थी. न्यूजीलैंड ने वह टेस्ट ड्रॉ करा लिया था. ऐसे में इस टेस्ट में विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम और केन विलियमसन के नेतृत्व में न्यूजीलैंड टीम पूरी तैयारी के साथ उतरेगी. यह मुकाबला सुबह 9:30 बजे से खेला जाएगा.
ब्रेक के बाद कप्तान विराट कोहली की वापसी हो रही है. ऐसे में टीम इंडिया की प्लेइंग-11 में बड़े बदलाव की पूरी संभावना है. हालांकि खराब फॉर्म के बावजूद अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा को एक और मौका दिया जा सकता है. यह दोनों के लिए खुद को साबित करने का आखिरी मौका रहेगा. साथ ही मुंबई में लगातार हो रही बारिश भी चिंता का सबब है.
वानखेड़े स्टेडियम पर संभव है कि मेजबान टीम को चार ही दिन मिले, क्योंकि पहले दिन भारी बारिश का अनुमान है. बारिश के कारण पिच में नमी होने से न्यूजीलैंड टीम नील वैग्नर के रूप में अतिरिक्त तेज गेंदबाज को उतार सकती है.
दो प्लेयर्स के रन नहीं बनाने से दबाव
आम तौर पर भारतीय टीमों में बहुत ज्यादा बदलाव के पक्ष में टीम प्रबंधन नहीं रहता है, लेकिन कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान कोहली के सामने समस्या यह है कि दो खिलाड़ी रन नहीं बना पा रहे हैं. कानपुर में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करके 105 और 65 रन बनाने के बावजूद श्रेयस अय्यर की अंतिम एकादश में जगह पक्की नहीं है. करुण नायर के साथ भी यह तिहरा शतक जमाने के बाद हुआ था, लेकिन यह तर्क दिया जा सकता है कि वह एक थकी हुई टीम के सामने 5वां टेस्ट औपचारिक था.
रहाणे और पुजारा के साथ समस्या
अजिंक्य रहाणे लगातार 12 पारियों में नाकाम रहे हैं, लेकिन पिछले मैच में कप्तानी करने वाले खिलाड़ी को खराब फॉर्म के कारण अगले मैच से बाहर नहीं किया जा सकता और वह भी उनके घरेलू मैदान पर. उन्हें एक और मौका दिए जाने के मायने हैं कि टीम प्रबंधन की कड़ा कदम नहीं उठाने को लेकर आलोचना होगी. दूसरा मसला चेतेश्वर पुजारा का है जो अक्सर यह भूल जाते हैं कि टेस्ट क्रिकेट सिर्फ विकेट बचाकर खेलना नहीं है. इंग्लैंड में उनकी इस मानसिकता में तनिक बदलाव दिखा, लेकिन कानपुर में वह फिर उसी चिर परिचित हो चले अंदाज में नजर आए.
IND vs NZ Mumbai Test: टीम इंडिया में तीन बड़े बदलाव के आसार, भरत को मिल सकता है डेब्यू का मौका
वैसे टीम जब साउथ अफ्रीका जाएगी तो कोहली को पता है कि एक वही बल्लेबाज हैं जो कैगिसो रबाडा और एनरिक नोर्किया की नई कूकाबूरा गेंदें झेल सकते हैं. पुजारा और रहाणे के समर्थक चैन की सांस ले सकते हैं कि कम से कम इस मैच में तो उन्हें बाहर किए जाने की संभावना कम है. कोहली के आलोचक यह तर्क भी दे सकते हैं कि खुद कप्तान ने किसी भी प्रारूप में दो साल से शतक नहीं बनाया है.
मयंक अग्रवाल को जाना पड़ेगा बाहर..?
लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे मयंक अग्रवाल को बाहर किया जा सकता है. शुभमन गिल ने अपनी खराब रक्षण तकनीक के बावजूद पहले मैच में अर्धशतक जमाया था. उन्हें भविष्य की ओर देखते हुए टीम में बनाए रखा जा सकता है. अग्रवाल की जगह कोहली लेंगे, लेकिन सवाल यह है कि गिल के साथ पारी का आगाज कौन करेगा. चेतेश्वर पुजारा या विकेटकीपर बल्लेबाज के एस भरत को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है.
ईशांत शर्मा के खेलने पर भी सस्पेंस
मौजूदा फॉर्म को देखते हुए पुजारा खराब विकल्प होंगे. भरत ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में काफी रन बनाए हैं और 308 उनका बेस्ट स्कोर रहा है. वह ऋद्धिमान साहा की जगह ले सकते हैं, जिनकी गर्दन में जकड़न है. हालांकि कोहली ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि साहा फिट हो चुके हैं. दूसरी ओर ईशांत शर्मा के खराब फॉर्म को देखते हुए भारतीय टीम में मोहम्मद सिराज को मौका दिया जा सकता है. पिच अनुकूल होने के कारण तीन स्पिनरों की जगह बरकरार रहने की संभावना लग रही है.
कीवी टीम में वैग्नर की हो सकती है वापसी
केन विलियमसन की अगुवाई वाली न्यूजीलैंड को कानपुर में नील वैग्नर की कमी खली, जो दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर सकते थे. बारिश और धूप के अभाव के कारण तेज गेंदबाजों और स्पिनरों दोनों को उतारा जा सकता है. ऐसे में विल समरविले को बाहर किया जा सकता है.
टीमें इस प्रकार हैं -
भारत: विराट कोहली (कप्तान), मयंक अग्रवाल, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, उमेश यादव, ईशांत शर्मा, मोहम्मद सिराज, जयंत यादव, श्रीकर भरत, प्रसिद्ध कृष्णा.
न्यूजीलैंड: केन विलियमसन (कप्तान), टॉम लैथम, रॉस टेलर, हेनरी निकोल्स, टॉम ब्लंडेल (विकेटकीपर), विल यंग, ग्लेन फिलिप्स, डेरिल मिशेल, टिम साउदी, नील वैग्नर, काइल जैमिसन, विलियम समरविले, अयाज पटेल, मिशेल सेंटनर, रचिन रवींद्र.