Advertisement

IND vs SA: केपटाउन में हो पाएगा 'करिश्मा..?' किंग कोहली लौट आए- जीत से रचेंगे इतिहास

दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने के लिए टीम इंडिया एक बार फिर जोर लगाने को तैयार है. मौजूदा सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट मंगलवार से केपटाउन में खेला जाएगा.

Virat Kohli vs Dean Elgar. (Getty) Virat Kohli vs Dean Elgar. (Getty)
aajtak.in
  • केपटाउन,
  • 10 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 3:27 PM IST
  • साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरा टेस्ट मैच मंगलवार से
  • सीरीज में भारत और साउथ अफ्रीका 1-1 से बराबरी पर

South Africa vs India: दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने के लिए टीम इंडिया एक बार फिर जोर लगाने को तैयार है. मौजूदा सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट मंगलवार से केपटाउन में खेला जाएगा. अब करिश्माई कप्तान विराट कोहली की मौजूदगी की जरूरत है, जिससे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसकी सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने के उसके अभियान को मजबूती मिलेगी. न्यूलैंड्स के मैदान पर यह टेस्ट मैच भारतीय समयानुसार दोपहर 2:00 से खेला जाएगा.

Advertisement

बेटी के पहले बर्थडे के मौके पर खेलेंगे कोहली

कोहली पीठ के ऊपरी हिस्से में जकड़न के कारण पिछले हफ्ते जोहानिसबर्ग में दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पाए थे. तीन मैचों की सीरीज अभी 1-1 से बराबर है. कोहली अपना 99वां टेस्ट अपनी बेटी के पहले जन्मदिन के मौके पर खेलेंगे. ऐसे में टीम के बल्लेबाज चाहेंगे कि वह पिछले कुछ समय से बेहद दबाव का सामना कर रहे कप्तान कोहली के लिए इस मैच को यादगार बनाएं.

दक्षिण अफ्रीका में तीन दशक में पहली टेस्ट सीरीज जीतने से निश्चित तौर पर कोहली का नाम पारंपरिक प्रारूप में देश के महानतम कप्तान के रूप में स्थापित होगा. इसके लिए हालांकि भारत को अपने बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी जो पिछले कुछ समय से उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. पहली पारी में 300 से अधिक का स्कोर खड़ा करना महत्वपूर्ण होगा.

Advertisement

इसलिए मैदान पर कोहली की मौजूदगी जरूरी

टीम में ऐसे खिलाड़ी होते हैं जिनकी सिर्फ मौजूदगी से ही टीम को मनोवैज्ञानिक फायदा मिलता है और कप्तान कोहली इसी तरह के खिलाड़ियों में शामिल हैं. वह बल्लेबाजी कर रहे हों या फील्डिंग, मैदान पर कोहली की मौजूदगी ही विरोधी टीम को असहज करने के लिए काफी है. वह भले ही दो साल से शतक नहीं जड़ पाए हों, लेकिन उनकी मौजूदगी विरोधी टीम को रणनीति बदलने पर मजबूर करती है.

केपटाउन टेस्ट के लिए कोहली फिट, बोले- मुझे कुछ साबित करने की जरूरत नहीं

हालांकि कोहली की पिछले दो साल में बल्लेबाजी पर गौर करें तो चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के विपरीत वह जब तक क्रीज पर रहते हैं उनकी बल्लेबाजी में विश्वास झलकता है. जोहानिसबर्ग में दो संघर्षपूर्ण पारियों, विशेषकर दूसरी पारी में नाबाद 40 रन बनाने के बाद हनुमा विहारी को मायूसी हाथ लग सकती है और उन्हें टीम में कप्तान के लिए जगह बनानी पड़ सकती है.

... पर अभी कवर ड्राइव खेलने से नहीं हिचक रहे 

काफी विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि कोहली को ऑफ ड्राइव खेलने से बचना होगा या फिर 2004 में सचिन तेंदुलकर की तरह की पारी खेलनी होगी, जब सिडनी में ब्रेट ली एंड कंपनी के खिलाफ उन्होंने दोहरा शतक नहीं जड़ने तक ऑफ साइड में शॉट नहीं खेले थे. लेकिन कोहली का अपना अलग तरीका है. अगर रविवार के अभ्यास पर गौर करें तो वह अभी कवर ड्राइव खेलने से नहीं हिचक रहे हैं.

Advertisement

ऋषभ पंत ने हाल के महीनों में तेज गेंदबाजों के खिलाफ आगे बढ़कर खेलते हुए आक्रामकता दिखाई है, लेकिन इसका उन्हें अधिक फायदा नहीं मिला है. न्यूलैंड्स की असमान उछाल वाली घसियाली पिच पर भारत को कैगिसो रबाडा, डुआने ओलिवियर, लुंगी नगिदी और मार्को जानसेन के खिलाफ बेहतर बल्लेबाजी करनी होगी.

पुजारा-रहाणे: करियर बचाने के लिए एक और मौका?

भारत ने केपटाउट में कभी टेस्ट मैच नहीं जीता है और मध्यक्रम के तीन अनुभवी बल्लेबाजों को वांडरर्स से बेहतर प्रदर्शन करना होगा. पुजारा और रहाणे को दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में अर्धशतक जड़ने के बाद प्लेइंग इलेवन में बरकरार रखा जा सकता है, लेकिन अगर वे कोई महत्वपूर्ण योगदान नहीं देते हैं और उनका करियर बचाने के लिए ये नाकाफी हो सकता है.

अर्धशतक जड़ना सकारात्मक संकेत हैं, लेकिन अच्छी शुरुआत को बड़े शतक में नहीं बदल पाना निराशाजनक है. इसी तरह केएल राहुल और मयंक अग्रवाल को भी दक्षिण अफ्रीका के तूफानी गेंदबाजों के खिलाफ टीम को अच्छी शुरुआत दिलानी होगी.

सिराज की जगह ईशांत शर्मा को मिल सकता है मौका

तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा भी अपने करियर के अंतिम चरण में हैं और मोहम्मद सिराज के पैर की मांसपेशियों में चोट से उन्हें मौका मिल सकता है. पिछले छह महीने में वह खराब फॉर्म और चोट से जूझते रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका की पिचों की प्रकृति और ईशांत की छह फीट से अधिक की लंबाई के साथ लगातार मेडन फेंकने की क्षमता उन्हें उमेश यादव से बेहतर विकल्प बनाती है. टीम को हालांकि जसप्रीत बुमराह से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जिनका स्ट्राइक रेट पीठ की चोट से वापसी करने के बाद गिरा है..

Advertisement

टीमें इस प्रकार हैं -

भारत: विराट कोहली (कप्तान), केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत, रविचंद्रन अश्विन, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, अजिंक्य रहाणे, ऋद्धिमान साहा, जयंत यादव, प्रियांक पांचाल, उमेश यादव, हनुमा विहारी और ईशांत शर्मा में से.

दक्षिण अफ्रीका: डीन एल्गर (कप्तान), तेम्बा बावुमा, कैगिसो रबाडा, सरेल इरवी, ब्युरेन हेंड्रिक्स, जॉर्ज लिंडे, केशव महाराज, लुंगी नगिदी, एडेन मार्करम, वियान मुल्डर, कीगन पीटरसन, रासी वेन डेर डुसेन, काइल वेरेने, मार्को जानसेन, ग्लेनटन स्टुरमैन, प्रेनेलन सुब्रायेन, सिसांडा मगाला, रेयान रिकेल्टन, डुआने ओलिवियर.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement