
भारतीय टीम के पास इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त लेने का मौका है. बुधवार से हेडिंग्ले (लीड्स) में तीसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा. लॉर्ड्स में खेला गया दूसरा टेस्ट जीतकर टीम इंडिया सीरीज में 1-0 से आगे है. कप्तान विराट कोहली भी लंबे समय से चले आ रहे अपने खराब फॉर्म से पार पाकर बड़ा स्कोर बनाने के इरादे से उतरेंगे. मैच भारतीय समयानुसार दोपहर बाद 3 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा.
विराट कोहली ने पहले दो टेस्ट मैचों में ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों पर अपने विकेट गंवाए. ऐसे में उनसे हेडिंग्ले में इस तरह की गेंदों के सामने बेहतर तकनीकी के साथ बल्लेबाजी करने की उम्मीद की जा रही है.
49 अंतरराष्ट्रीय पारियों में एक भी शतक नहीं
कोहली से हमेशा बड़े स्कोर की उम्मीद की जाती है. उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक नवंबर 2019 में लगाया था. वह मौजूदा सीरीज में बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहे. कोहली पहले टेस्ट में अपना खाता नहीं खोल पाए थे, जबकि लॉर्ड्स में उन्होंने 42 और 20 रन बनाए थे. वह पिछली 49 अंतरराष्ट्रीय पारियों में एक भी शतक नहीं लगा पाए हैं.
चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे का फॉर्म भी भारत के लिए चिंता का विषय है. इन दोनों ने हालांकि लार्ड्स टेस्ट के चौथे दिन लगभग 50 ओवरों तक बल्लेबाजी करके फॉर्म में वापसी के संकेत दिए हैं. इससे मैच पांचवें दिन तक खिंच गया, जिसके बाद तेज गेंदबाजों ने भारत को जीत दिलाई.
सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और केएल राहुल का प्रदर्शन भारत के लिए बल्लेबाजी विभाग में सकारात्मक पहलू रहा है. इन दोनों ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपने संयम और तकनीक का अच्छा नमूना पेश करके भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई.
चोटिल मयंक अग्रवाल की जगह टीम में लिए गए राहुल प्रत्येक अगली पारी में अधिक आत्मविश्वास से भरे हुए दिखे और लगता है कि वह इस बात को लेकर अब सुनिश्चित हैं कि उन्हें कौन सी गेंद खेलनी है और कौन सी छोड़नी है जो कि इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में महत्वपूर्ण होता है.
रोहित को पुल शॉट पर संयम रखना होगा
रोहित भी बहुत अच्छी लय में दिख रहे हैं और उन्हें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि उन्हें अपना पसंदीदा पुल शॉट कब खेलना है, क्योंकि सीरीज में दो अवसरों पर वह यह शॉट खेलकर आउट हुए.
ऋषभ पंत अपने नैसर्गिक अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे हैं, जबकि रवींद्र जडेजा ने भी सातवें नंबर पर बहुत अच्छी भूमिका निभाई है. यह कहा जा सकता है कि वह टीम में बाएं हाथ के स्पिनर के बजाय बल्लेबाज की भूमिका में अधिक खेल रहे हैं.
... अश्विन के लिए जगह बन पाएगी?
हेडिंग्ले में परिस्थितियां तेज गेंदबाजों के अनुकूल रहने की संभावना है और भारत चार तेज गेंदबाजों के साथ उतर सकता है. ऐसे में रविचंद्रन अश्विन के लिए अंतिम एकादश में फिर से जगह नहीं बन पाएगी. शार्दुल ठाकुर फिट हो गए हैं, लेकिन लगता नहीं कि कोहली अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण में किसी तरह का बदलाव करेंगे.
पहले टेस्ट में नहीं खेल पाने वाले ईशांत शर्मा ने लार्ड्स में प्रभावशाली गेंदबाजी की तथा इस अनुभवी तेज गेंदबाज को शार्दुल पर प्राथमिकता मिलने की संभावना है. वह गेंदबाजी में ईशांत से कमतर लेकिन बल्लेबाजी में बेहतर हैं.
मोहम्मद सिराज के आने से भारत का विश्वस्तरीय आक्रमण मजबूत हुआ है. सिराज ने लॉर्ड्स में पांचवें दिन शानदार गेंदबाजी की. उन्होंने अपनी सटीक गेंदबाजी से लगातार प्रभावित किया है.
हेडिंग्ले में 19 साल बाद खेलेगी टीम इंडिया
भारत हेडिंग्ले में आखिरी बार 2002 में खेला था जब उसने पारी और 46 रनों से जीत दर्ज की थी. वर्तमान टीम के किसी भी खिलाड़ी को इस मैदान पर खेलने का अनुभव नहीं है. यह देखना दिलचस्प होगा कि वे कितनी जल्दी परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाते हैं.
इंग्लैंड को उम्मीद है कि डेविड मलान के आने से उनकी बल्लेबाजी की कमजोरी दूर होगी. मलान ने अपना आखिरी टेस्ट तीन साल पहले खेला था, लेकिन उनके पास प्रथम श्रेणी क्रिकेट का अच्छा अनुभव है.
बाएं हाथ का यह बल्लेबाज तीसरे नंबर पर खेलेगा और ऐसे में हसीब हमीद को रोरी बर्न्स के साथ पारी का आगाज करना पड़ सकता है. इंग्लैंड के बल्लेबाजों को रन बनाने का तरीका ढूंढकर कप्तान जो रूट का साथ देना होगा. अभी तक इंग्लैंड की तरफ से रूट ने ही अधिकतर रन बनाए हैं.
अपनी अतिरिक्त उछाल से भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी में डालने वाले मार्क वुड चोटिल हैं और ऐसे में सादिक महमूद को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिल सकता है.
टीमें इस प्रकार हैं :
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, मयंक अग्रवाल, अजिंक्य रहाणे, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, केएल राहुल, ऋद्धिमान साहा, अभिमन्यु ईश्वरन, पृथ्वी शॉ, सूर्यकुमार यादव.
इंग्लैंड: जो रूट (कप्तान), मोईन अली, जेम्स एंडरसन, जोनाथन बेयरस्टो, रोरी बर्न्स, जोस बटलर (विकेटकीपर), सैम कुरेन, हसीब हमीद, डैन लॉरेंस, साकिब महमूद, डेविड मलान, क्रेग ओवरटन, ओली पोप, ओली रॉबिन्सन.