
India vs Australia 3rd Test: भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला 1 मार्च से इंदौर में खेलना है. सीरीज में इस वक्त भारतीय टीम 2-0 से आगे है. शुरुआती दोनों टेस्ट में भारतीय स्पिनर गेंदबाजों के आगे ऑस्ट्रेलियाई टीम घुटने टेकती नजर आई. मगर मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब ने दिल्ली टेस्ट में 72 रनों की नाबाद पारी खेली थी.
पीटर ने तीसरे टेस्ट से पहले बताया है कि उन्होंने स्पिन के खिलाफ बैटिंग करने भारतीय स्टार प्लेयर अजिंक्य रहाणे से सीखा है. यही वजह रही कि वो दिल्ली टेस्ट में 142 गेंदें खेलकर 72 रन बना सके थे. अब पीटर इंदौर टेस्ट में तहलका मचाने की तैयारी में जुटे हैं.
2016 में रहाणे के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर किया था
पीटर हैंड्सकॉम्ब ने पूर्व भारतीय उपकप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ उस बातचीत को याद किया जिससे उन्हें उपमहाद्वीप में स्पिन गेंदबाजी का सामना करने में मदद की. हैंड्सकॉम्ब ने 2016 में IPL के दौरान रहाणे के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर किया था. रहाणे ने इस दौरान हैंड्सकॉम्ब को स्पिनरों को बल्लेबाजी के दौरान पैर और कलाई के उपयोग करने के बारे में बताया था.
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से बात करते हुए पीटर ने कहा, 'वह अपने पिछले पैर का इस्तेमाल करते हुए स्पिनरों को आसानी से मिडविकेट की ओर खेल रहे थे. इससे मैं आश्चर्यचकित हो रहा था. स्पिनरों के खिलाफ रहाणे की बल्लेबाजी देख कर मैं सोच रहा था कि मुझे यह सिखाने के लिए किसी की जरूरत है. मैंने उनसे स्पिनरों के खिलाफ बल्लेबाजी में कदमों के इस्तेमाल के तरीके पर बातचीत की.'
पीटर हैंड्सकॉम्ब ने कहा, 'जब आप अपने पिछले पैर का इस्तेमाल करते है तो इससे रन बनाने में मदद मिलती है. अगर गेंद विकेट के करीब टप्पा खा रही है तो आप अगले पैर का इस्तेमाल कर सकते हैं. अच्छी गेंदों पर रक्षात्मक खेल के साथ आपको उसका सम्मान करना होगा.'
भारतीय स्पिनर्स के सामने गच्चा खा गए पीटर
दिल्ली टेस्ट की पहली पारी में 72 रन बनाने वाले पीटर दूसरी पारी में स्वीप शॉट लगाने की कोशिश में बिना खाता खोले पगबाधा हो गए थे. इस पर उन्होंने कहा, 'भारत ने इन परिस्थितियों में मुझे गच्चा खाने पर मजबूर कर दिया. उन्होंने मुझे दौड़ कर रन बनाने का मौका नहीं दिया, लेकिन चौका लगाने का लालच दिया. मैं उनकी इस चाल में फंस गया.'
उन्होंने कहा, 'मेरे लिए यह मजबूत बने रहने और नयी शुरुआत करने के बारे में है. मैं क्रीज पर शायद इस सोच के साथ उतरा था कि मैं अब भी 72 रन पर नाबाद हूं और वहीं से अपनी पारी शुरू कर रहा हूं जहां मैंने पहली पारी में छोड़ा था.'
सीरीज के शुरुआती दो मैचों में हार से अब ऑस्ट्रेलियाई टीम के सामने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवाने का खतरा मंडरा रहा है. पीटर ने कहा कि इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया के खेमे में सकारात्मकता है. उन्होंने कहा, 'हमारे समूह में हर खिलाड़ी दूसरे का समर्थन करता है. हम दिल्ली में खेले गए मैच से सकारात्मक पहलुओं को देख रहे हैं. पहली पारी में हमारे पास बढ़त थी और दूसरी पारी में भी हम एक समय अच्छी स्थिति में थे. हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि हमें अधिक देर तक मैच पर अपनी पकड़ बनाये रखनी होगी.'