
India vs Australia: भारतीय टीम इन दिनों अपने घर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज खेल रही है. दोनों टीमों के बीच आज (23 सितंबर) नागपुर में दूसरा टी20 मैच होना है. मैच भारतीय समयानुसार शाम 7.00 बजे से खेला जाएगा. फिलहाल, पहला मैच हारकर भारतीय टीम सीरीज में 0-1 से पीछे है.
अगले महीने ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम के लिए यह एक अहम सीरीज है. इसमें और इससे पहले एशिया कप में भारतीय टीम में कई कमियां सामने आई हैं. यदि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरा मैच भी हारते हैं, तो यह सीरीज भी गंवा देंगे. ऐसे में वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम मैनेजमेंट को अपनी कमियों पर काफी मंथन की जरूरत पड़ेगी. आइए जानते हैं पांच बातें, जिन पर मंथन जरूरी होगा...
ओपनिंग का सिरदर्द
भारतीय टीम के लिए परफेक्ट ओपनिंग जोड़ी को सेट करना भी एक बड़ा सिरदर्द है. चोट और सर्जरी के बाद वापसी कर रहे केएल राहुल अपनी पुरानी लय में नजर नहीं आ रहे हैं. हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली मैच में राहुल ने 35 बॉल पर 55 रनों की पारी खेली थी. मगर इससे पहले के मैचों में बड़ी टीमों के खिलाफ राहुल का बल्ला खामोश ही रहा है. यही वजह भी थी कि भारतीय टीम एशिया कप के सुपर-4 स्टेज से आगे नहीं बढ़ सकी थी.
जबकि एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ रोहित की गैरमौजूदगी में विराट कोहली ने ओपनिंग की थी और शतक जमाया था. ऐसे में फैन्स का मानना था कि कोहली को ओपनिंग ही करना चाहिए. अब टीम मैनेजमेंट को सोचना होगा कि क्या कोहली से ओपनिंग कराई जाए. यदि हां, तो राहुल या रोहित को मिडिल ऑर्डर में लाना होगा. या फिर राहुल को आराम देना होगा. जो भी हो, मगर मैनेजमेंट को कुछ बड़ा फैसला जरूर लेना होगा.
पंत या कार्तिक- दोनों या कोई एक
टीम इंडिया के लिए एक समस्या यह भी बनी हुई है कि स्क्वॉड में मौजूद युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत को प्लेइंग-11 में जगह दी जाए या बेस्ट फिनिशर का तमगा हासिल कर चुके अनुभवी विकेटकीपर दिनेश कार्तिक को खिलाया जाए. मगर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग और पूर्व विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट समेत कई दिग्गजों का मानना है कि पंत-कार्तिक दोनों को खिलाया जाना चाहिए.
यदि पंत और कार्तिक दोनों को प्लेइंग-11 में मौका मिलता है, तो फिर टीम मैनेजमेंट को बड़े बदलाव करने होंगे. केएल राहुल या सूर्यकुमार यादव को बाहर बैठना पड़ सकता है. यदि यह दोनों भी खेलते हैं, तो 4 स्पेशलिस्ट गेंदबाजों के साथ खेलना होगा. ऐसे में 5वें गेंदबाज हार्दिक पंड्या होंगे.
ऑलराउंडर जडेजा की जगह कौन करेगा परफॉर्म?
टीम इंडिया के स्टार स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा चोटिल होकर वर्ल्ड कप से बाहर हो गए हैं. मगर अब तक भारतीय टीम को उनका ऑप्शन नहीं मिल सका है, जो जडेजा की तरह ही हरफनमौला परफॉर्मेंस से मैच विनर साबित हो सके. जडेजा की जगह अक्षर पटेल को टीम में शामिल किया गया, लेकिन अब तक वह फीके ही नजर आए हैं. यदि भारतीय टीम को वर्ल्ड कप में धमाल करना है, तो जल्द ही ऑप्शन तैयार करना होगा. या फिर बगैर जडेजा के ही मैच जीतने की आदत डालनी होगी.
गेंदबाजी कॉम्बिनेशन
भारतीय गेंदबाजी कॉम्बिनेशन इस वक्त एकदम कसी हुई नजर नहीं आ रही है. चोटिल जसप्रीत बुमराह ठीक होकर लौटे हैं, लेकिन अब तक मैच नहीं खेले. उनकी गैरमौजूदगी में भुवनेश्वर कुमार एकदम फीके नजर आए हैं. इन दोनों के अलावा हर्षल पटेल भी लय में नहीं दिख रहे.
स्पिन डिपार्टमेंट में युजवेंद्र चहल और रविचंद्रन अश्विन भी अपना पुराना जादू नहीं दिखा पा रहे हैं. रवींद्र जडेजा की जगह शामिल किए गए अक्षर पटेल भी बेअसर दिख रहे हैं. इन सब बातों से जान गए होंगे कि पूरी गेंदबाजी यूनिट ही कसी हुई नहीं दिख रही है. ऐसे में टीम मैनेजमेंट को वर्ल्ड कप में विपक्षी टीमों पर हावी होना है, तो मैदान में परफेक्ट बॉलिंग कॉम्बिनेशन उतारना होगा. यह ऐसा होना चाहिए कि जिसे बॉल थमाई जाए, वही करिश्मा कर दिखाए.
डेथ ओवर्स में गेंदबाजी विकल्प
पिछले कुछ मैचों में भारतीय टीम ने टारगेट को डिफेंड करते हुए डेथ ओवर्स में मैच गंवाया है. इसमें भुवनेश्वर कुमार बड़ी कमजोरी साबित हुए हैं, जिन्होंने बड़ी टीमों के खिलाफ पिछले तीन मैचों में 19वां ओवर किया और इसी ओवर में हार तय करवा दी.
ऑस्ट्रेलिया को आखिरी 2 ओवरों में जब 18 रन की जरूरत थी, तब भुवी को 19वां ओवर दिया गया और उन्होंने यहां 16 रन लुटवा दिए. बस इसी ओवर ने भारत की हार तय कर दी. ऐसे में भारतीय टीम मैनेजमेंट को डेथ ओवर्स में मैच जिता सकने वाले गेंदबाज तैयार करने होंगे. हालांकि इसका अब समय नहीं रहा है. मगर बुमराह को लौटने से यह पक्ष भी मजबूत होने की उम्मीद है. बस भुवी पर थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है.