
ऑस्ट्रेलिया ने वर्तमान सीरीज के पहले तीनों मैच जीतकर एशेज अपने पास बरकरार रखी है, इस हार के साथ इंग्लैंड के कप्तान जो रूट के साथ इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड का पद भी खतरे में पड़ गया है. ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न में तीसरा टेस्ट केवल ढाई दिन में अपने नाम कर लिया था. भारत और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कोच गैरी कर्स्टन ने इंग्लैंड की टेस्ट टीम को कोचिंग देने में दिलचस्पी दिखाई है. गैरी ने कहा कि इंग्लैंड टीम को और बेहतर करने के लिए उनके पास बहुत अच्छा प्लान है.
भारतीय टीम के साथ 2011 विश्व कप जीत चुके गैरी कर्स्टन ने भारतीय टीम का मुख्य कोच पद हासिल करने के ठीक एक साल बाद दिसंबर 2009 में पहली बार भारत को टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर पहुंचा दिया था. बाद में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के साथ भी यही उपलब्धि हासिल की थी. कर्स्टन ने मीडिया इंटरव्यू में कहा, 'इस पर (इंग्लैंड का मुख्य कोच बनना) मैं शुरू से विचार करता रहा हूं क्योंकि यह बहुत बड़ा सम्मान है.'
यह पहला अवसर नहीं है, जब दक्षिण अफ्रीका के इस पूर्व बल्लेबाज ने ऐसी इच्छा व्यक्त की हो, इससे पहले दो अवसरों पर वह इंग्लैंड का कोच बनने के मुख्य दावेदार थे. उन्होंने कहा, 'मैं अब तक दो बार (2015 और 2019) इस पद ले लिए दौड़ में रहा हूं. मैंने शुरू से साफ किया है कि मैं सभी फॉर्मेट में यह जिम्मेदारी संभालने के लिए प्रतिबद्ध नहीं हूं. अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड अलग प्रारूपों के लिए अलग कोच रखने के बारे में सोच रहे हैं तो इस पर विचार किया जा सकता है.'
2011 विश्व कप विजेता कोच गैरी ने इंग्लैंड की 50 ओवरों की टीम को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बताया लेकिन कहा कि टेस्ट टीम अभी काफी पीछे है. कर्स्टन ने कहा, 'उनकी टेस्ट टीम या वनडे टीम के साथ काम करना शानदार होगा. उनकी वनडे टीम अभी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है. मेरे पास ऐसी योजना है जो काफी सोच विचार कर तैयार की गई है. आपकी टेस्ट टीम पिछले कुछ समय से संघर्ष कर रही है, लेकिन इससे बाहर निकलने के लिये यह वास्तव में शानदार योजना होगी.'
एशेज सीरीज में लगातार हार के बाद इंग्लैंड के कई पूर्व खिलाड़ियों ने भी कोच और कप्तान को बदलने का मांग की है. माइक ऐथर्टन ने एशेज के बाद क्रिस सिल्वरवूड और जो रूट को जिम्मेदारी लेते हुए खुद पद से हट जाने का सलाह दी है.