
ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 का पहला सेमीफाइनल मुकाबला मंगलवार (4 मार्च) दुबई में है. इस महामुकाबले में टॉस ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. भारतीय टीम ने इस तरह 14वीं बार टॉस गंवाया है. ऑस्ट्रेलिया की टीम में मैथ्यू शॉर्ट की जगह कूपर कोनोली को मौका दिया गया. वहीं स्पेंसर जॉनसन की जगह लेग स्पिनर तनवीर संघा आए हैं. संघा के अलावा एडमा जाम्पा भी टीम में स्पेशलिस्ट स्पिनर हैं. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की टीम में स्पिनर के तौर पर ग्लेन मैक्सवेल भी गेंदबाजी के विकल्प हैं.
वहीं भारतीय टीम में कोई बदलाव नहीं हुआ. जो टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलने उतरी थी. उसी प्लेइंग 11 पर रोहित शर्मा ने अपना भरोसा जताया है. वरुण चक्रवर्ती को प्लेइंग 11 में जगह मिली है. केएल राहुल को एक बार फिर ऋषभ पंत की जगह वरीयता मिली है. भारतीय टीम ने अपने ग्रुप में टॉप पर रहकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. वहीं, ऑस्ट्रेलियाई टीम ग्रुप-बी में दूसरे नंबर पर रहकर अंतिम-चार में पहुंची है.
कौन हैं तनवीर संघा?
तनवीर संघा का भारत से खास कनेक्शन है. तनवीर के पिता जोगा संघा जालंधर से 20 किमी दूर रहीमपुर गांव के रहने वाले हैं. वे 1997 में काम की तलाश में ऑस्ट्रेलिया चले गए थे. जोगा सिडनी में टैक्सी चलाते हैं. सिडनी में ही तनवीर का जन्म हुआ था. जोगा ने एक इंटरव्यू में बताया था, 'मेरे परिवार में किसी को भी क्रिकेट का शौक नहीं था. मैं कबड्डी और वॉलीबॉल खेलना पसंद करता था. जब तनवीर 10 साल का हुआ, तब मैंने उसे एक क्रिकेट क्लब में दाखिला करवाया. मैं हर दिन अपनी टैक्सी से तनवीर को क्लब छोड़ने जाया करता था.'
तनवीर संघा ने बिग बैश लीग (BBL) में शानदार प्रदर्शन किया, जिसके बाद वो सुर्खियों में आए. सिडनी थंडर ने तनवीर को 2018 में ही डेवलपमेंट प्रोग्राम में शामिल किया था, उसके बाद से वो इस टीम के साथ जुड़े हुए हैं. तनवीर को 2020-21 के बिग बैश सीजन में डेब्यू का मौका मिला था. डेब्यू पर तनवीर ने अपनी तीसरी ही गेंद पर विकेट लिया था. वह शुरुआती दौर में यूट्यूब पर शेन वॉर्न और युजवेंद्र चहल के वीडियो देखकर अपनी गेंदबाजी में सुधार करने की कोशिश करते हैं.
तनवीर संघा ने साउथ अफ्रीका में हुए अंडर-19 विश्व कप (2019/20 ) में भी भाग लिया था. तनवीर ने उस वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा 15 विकेट निकाले थे. तनवीर ने अगस्त 2023 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ डरबन के मैदान पर अपना ओडीआई डेब्यू किया था. फिर उन्होंने उसी साल सितंबर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पोटचेफस्ट्रूम में टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया.
तनवीर संघा क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में भी कंगारू टीम का पार्ट रहे. तनवीर ने अब तक ऑस्ट्रेलिया के लिए 3 वनडे मैचों में 2 और 7 टी20 मैचों में 10 विकेट चटकाए हैं. तनवीर के नाम 42 बिग बैश लीग मैचों में 53 विकेट भी दर्ज हैं.
भारत-ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग-11:
भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती और मोहम्मद शमी.
ऑस्ट्रेलिया की टीम: कूपर कोनोली, ट्रेविस हेड, स्टीव स्मिथ (कप्तान), मार्नस लाबुशेन, जोश इंगलिस (विकेट कीपर), एलेक्स कैरी, ग्लेन मैक्सवेल, बेन ड्वार्शिस, नाथन एलिस, एडम जाम्पा, तनवीर संघा
ICC नॉकआउट मैचों में भारत Vs ऑस्ट्रेलिया
कुल मैच: 7
भारत जीता: 3
ऑस्ट्रेलिया जीता: 4
ICC नॉकआउट के नतीजे:
1998 चैम्पियंस ट्रॉफी: भारत ने 44 रन से जीत दर्ज की
2003 वनडे वनडे कप: ऑस्ट्रेलिया ने 125 रन से मैच जीता
2007 टी20 वर्ल्ड कप: भारतीय टीम 15 रन से मुकाबला जीती
2011 वनडे वर्ल्ड कप: भारत ने 5 विकेट से जीत दर्ज की
2015 वनडे वर्ल्ड कप: ऑस्ट्रेलिया ने 95 रन से जीत दर्ज की
2023 वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल: ऑस्ट्रेलियाई टीम 209 रनों से जीती
2023 वनडे वर्ल्ड कप: ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 6 विकेट से जीत दर्ज की
भारत के लिए बदला लेने का दिन
भारत के लिए 2023 में अपनी धरती पर वर्ल्ड कप फाइनल में मिली हार का बदला चुकता करने का भी यह सुनहरा मौका है, जब भारत के 10 मैचों के अश्वमेध अभियान पर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने नकेल कसी थी.
यह उतना आसान भी नहीं होगा क्योंकि पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिचेल स्टार्क के बगैर भी ऑस्ट्रेलियाई टीम काफी मजबूत है. कुछ दिन पहले लाहौर में इंग्लैंड के खिलाफ 352 रनों के लक्ष्य को हासिल करके उसने एक बार फिर यह साबित कर दिया है.
भारत को आखिरी बार आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में ऑस्ट्रेलिया पर जीत 2011 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में मिली थी. भारत को ऑस्ट्रेलिया ने 2015 वनडे विश्व कप सेमीफाइनल और 2023 वनडे विश्व कप फाइनल में हराया. इसके अलावा विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल 2023 में भी भारत को हराकर खिताब जीता.
इस बार भारतीय टीम 14 साल की नाकामियों का हिसाब चुकता करने उतरेगी और उसके आतमविश्वास का कारण टीम में आला दर्जे के स्पिनरों की मौजूदगी है. टूर्नामेंट से पहले टीम में पांच स्पिनरों को शामिल करने के फैसले की काफी आलोचना हुई थी, लेकिन दुबई की धीमी पिचों पर अब यह मास्टरस्ट्रोक साबित हो रहा है.
यह भी कहा जा रहा है कि भारत को सारे मैच दुबई में खेलने का फायदा मिल रहा है, लेकिन असलियत यह है कि भारतीय टीम ने अपने प्रदर्शन में लगातार सुधार के प्रयास किए हैं. ऐसा नहीं है कि पिच से इतनी टर्न मिल रही है कि भारतीय गेंदबाजों कामयाब रहे है, बल्कि इन पिचों पर उनका संयम कारगर साबित हुआ है.