
टीम इंडिया ने हाल के वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है. इस प्रदर्शन में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की स्पिन कॉम्बिनेशन का अहम रोल रहा है. न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTA) के फाइनल में भी इन जोड़ी पर काफी दारोमदार रहेगा. जडेजा और अश्विन हालिया दिनों में चोटों से परेशान रहे हैं. जिसके चलते वॉशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल को प्लेइंग इलेवन में मौका मिला था.
दोनों ही खिलाड़ियों ने मिले मौके को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. सुंदर ने जहां बल्ले से प्रभावित किया, वहीं बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर ने गेंद से दमदार प्रदर्शन किया. इसकी बदौलत सुंदर और अक्षर को इंग्लैंड दौरे के लिए भी भारतीय टेस्ट टीम में जगह मिली है.
अक्षर पटेल हमेशा से भारतीय टीम में जगह बनाने की दौड़ में रहे हैं, लेकिन लंबे समय तक उन्हें मौका नहीं मिला. एक इंटरव्यू में अक्षर पटेल ने स्वीकार किया कि जडेजा के रहते 'बाएं हाथ के किसी अन्य स्पिन ऑलराउंडर' के लिए टीम में जगह बनाना काफी मुश्किल था.
अक्षर पटेल ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, 'मैं नहीं समझता कि मुझमें किसी चीज की कमी थी. दुर्भाग्य से मैं चोटिल हो गया और वनडे टीम से अपनी जगह खो दी. टेस्ट मैचों में रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन अच्छा कर रहे थे. जडेजा काफी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे थे. जिसके चलते किसी दूसरे बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर के लिए जगह बनाना काफी मुश्किल था. कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल भी अच्छा कर रहे थे. टीम कॉम्बिनेशन के चलते मैं बाहर था. जब मुझे मौका मिला, तो मैंने बस खुद को साबित करने की कोशिश की.'
27 साल के अक्षर ने भारत के लिए 38 वनडे मैच खेले हैं और 45 विकेट निकाले हैं. उन्होंने वनडे प्रारूप में भारत के लिए आखिरी मैच 2017 में खेला था. अक्षर पटेल ने इंग्लैंड के खिलाफ हालिया सीरीज में अपना टेस्ट डेब्यू किया था. उन्होंने तीन मैचों में 10.59 की औसत से 27 विकेट चटकाए थे. इस दौरान उन्होंने चार बार पारी में पांच विकेट निकाले थे.