
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 (Cricket World Cup 2023) का आयोजन इस बार अक्टूबर-नवम्बर में भारत में हो रहा है. ऐसे में BCCI पांच बड़े-बड़े स्टेडियम को सुधार करने का बीड़ा उठाया है. आने वाले समय में पांच बड़े स्टेडियमों की मरम्मत होगी. इसके लिए 500 करोड़ का भारी भरकम बजट रखा गया है. दरअसल, यह फैसला बीसीसीआई (BCCI) ने लगातार मिली शिकायतों के बाद किया है.
पिछले 10 सालों को देखा जाए तो BCCI काफी मजबूत हुआ है. यह दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बन गया है, लेकिन जो फैन्स क्रिकेट देखने जाते हैं, वह अक्सर स्टेडियम में मौजूद खराब सुविधाओं पर सवाल खड़े करते हैं. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फरवरी-मार्च में टेस्ट सीरीज का आयोजन हुआ था. इस दौरान दिल्ली के अरुण स्टेडियम में भी दर्शकों को कई तरह की असुविधाओं का सामना करना पड़ा था. स्टेडियम में दर्शकों को टॉयलेट भी काफी गंदी मिली थी. वहीं, स्टेडियम में मौजूद कई सीटें भी जर्जर थीं. इस पर दर्शक बुरी तरह भड़क उठे थे.
इन 5 स्टेडियमों का होने जा रहा है सुधार
BCCI जिन स्टेडियम का नवीनीकरण और सुधार करने की योजना बना रहा है. उनमें कुल मिलाकर 5 स्टेडियम शामिल हैं. इनमें दिल्ली का अरुण जेटली स्टेडियम भी शामिल है. पीटीआई को जो लिस्ट मिली है. उसमें दिल्ली के अलावा हैदराबाद (Hyderabad), कोलकाता (Kolkata), मोहाली (Mohali) और मुंबई (Mumbai) शामिल है. मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम को भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुई वनडे सीरीज से पहले भी सुधारा गया था. दरअसल, तब एक दर्शक ने स्टेडियम की टॉयलेट सुविधाओं पर सवाल खड़ा कर दिया था.
सबसे ज्यादा ईडन गार्डन्स पर खर्च होगा
दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में इस प्रोजेक्ट पर 100 करोड़ रुपये, हैदराबाद पर 117.17 करोड़, ईडन गार्डन्स पर 127. 47 करोड़, मोहाली पर 79.46 करोड़ और वानखेड़े स्टेडियम पर 78. 82 करोड़ रुपये खर्च होगा. वर्ल्ड कप के लिए 12 स्थानों का चयन किया गया है. इनमें अहमदाबाद, बेंगलुरू, चेन्नई, दिल्ली, धर्मशाला, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, इंदौर, राजकोट और मुंबई शामिल हैं.
वर्ल्ड कप के दौरान 46 दिन में 48 मैच खेले जाएंगे. भारत में आखिरी बार वनडे वर्ल्ड कप 2011 में हुआ था, तब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम ने खिताब जीता था.