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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने शुक्रवार को COA के साथ अपनी बैठक के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को एक पत्र लिखा है, जिसमें उसने विश्व कप में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेलने के मुद्दे पर अपनी बात रखी है. साथ ही BCCI ने भारतीय खिलाड़ियों, अधिकारियों, प्रशंसकों की सुरक्षा सहित आगे की घटनाओं और अपनी चिंताओं व प्रतिबद्धताओं के बारे में ICC को अवगत कराया है. BCCI ने अपने पत्र में साथ ही क्रिकेट समुदाय से उन देशों के साथ संबंध तोड़ने का आग्रह किया है, जहां आतंक को पनाह मिलती हो.
इससे पहले भारतीय क्रिकेट का काम देख रही प्रशासकों की समिति (COA) ने कहा कि वह आईसीसी के सदस्यों से व्यक्तिगत रूप से अनुरोध करेगा कि ऐसे देश के साथ संबंध तोड़ दिए जाएं जो आतंक का गढ़ हो. पुलवामा आतंकी हमले के बाद ओल्ड ट्रैफर्ड में पाकिस्तान के खिलाफ 16 जून को होने वाले विश्व कप मुकाबले का बहिष्कार करने की बातें की जा रही हैं. पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
सीओए प्रमुख विनोद राय ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ‘हमारी सरकार से बातचीत चल रही है. 16 जून को होने वाले मैच के बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है.’ उन्होंने कहा, ‘हम आईसीसी को दो चिंताएं बताएंगे. हम विश्व कप के दौरान खिलाड़ियों की और अधिक सुरक्षा के बारे में कहेंगे और क्रिकेट खेलने वाले देशों से कहेंगे कि ऐसे देश से रिश्ते तोड़ दें जो आंतक का गढ़ हो.’
राय ने कहा, 'हम क्रिकेट समुदाय को बताएंगे कि भविष्य में हमें उन देशों के साथ खेलने पर गंभीर फैसला होना होगा, जहां से आतंकवाद को पनाह मिलती हो.' ऐसी भी रिपोर्ट आ रही थीं कि सीओए और बीसीसीआई शायद आईसीसी से 30 मई से इंग्लैंड में शुरू होने वाले विश्व कप से पाकिस्तान को बाहर करने की अपील भी कर सकता है. हालांकि इस तरह के कदम से भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि विश्व संस्था के नियमों में इस तरह का कोई प्रावधान नहीं हे जो एक सदस्य को किसी अन्य सदस्य को बाहर करने की मांग करने की अनुमति दे.
पूर्व कप्तानों ने कहा- PAK के साथ क्रिकेट नहीं
पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की ओर से पुलवामा में 14 फरवरी को की गई आतंकी वारदात में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले के बाद भारत के तमाम पूर्व क्रिकेटरों ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेलने की इच्छा जताई है. इसमें हरभजन सिंह से लेकर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली, चेतन चौहान, गौतम गंभीर और पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन के नाम शामिल हैं.
सौरव गांगुली ने बुधवार को कहा कि सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के साथ सभी खेलों में संबंध खत्म होने चाहिए. पूर्व कप्तान गांगुली ने टीम इंडिया के अपने पूर्व साथी हरभजन सिंह का समर्थन करते हुए कहा कि विश्व कप के एक मैच में पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलने से भारत की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
गांगुली बोले- खत्म करो संबंध
गांगुली से पहले गेंदबाज हरभजन सिंह ने 'आजतक' से बातचीत में कहा था कि भारत को विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच नहीं खेलना चाहिए. उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद माहौल अलग है, हम पहले भारतीय हैं और उसके बाद क्रिकेटर हैं. एक तरफ आपके जवानों पर हमला हो और दूसरी ओर आप उसी मुल्क के साथ क्रिकेट खेलें, यह नहीं हो सकता.
पूर्व क्रिकेटर और यूपी सरकार में मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि भारत ICC पर पाकिस्तान क्रिकेट टीम को विश्व कप से बाहर करने का दवाब डाले. उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज पहले ही नहीं खेल रहे हैं, ऐसे में विश्व कप मैच भी नहीं खेलना चाहिए. चौहान ने कहा कि पाकिस्तान में बढ़ता आतंकवाद दुनियाभर के लिए परेशानी का सबब बन गया है.
गावस्कर की राय है अलग
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि भारत अगर वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलता है तो नुकसान उसे ही होगा. गावस्कर ने कहा, 'अगर हम पाकिस्तान से वर्ल्ड कप में मैच नहीं खेलते हैं, तो हम हारे हुए कहलाएंगे और उन्हें 2 अंक दे बैठेंगे. इसलिए सबसे अच्छा तरीका यह होगा कि विश्व कप में अब उनके साथ खेलकर उन्हें हरा दें.
गावस्कर ने कहा, 'BCCI पाकिस्तान को वर्ल्ड कप से बाहर करने की कोशिश कर सकती हैं. लेकिन, ऐसा होगा नहीं. क्योंकि, इसके लिए दूसरे सदस्य देशों की भी स्वीकृति चाहिए होगी.' गावस्कर ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि अन्य सदस्य देश पाकिस्तान को वर्ल्ड कप से बाहर करने की स्वीकृति देंगे. लेकिन, भारत कोशिश कर सकता है कि पाकिस्तान को विश्व कप खेलने से रोका जाए.'
गावस्कर ने कहा, 'मैं जानता हूं कि पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलने के बाद भी भारत इतना मजबूत है कि वह अगले दौर के लिए क्वालिफाई कर सकता है. लेकिन, पाकिस्तान को सबसे ज्यादा तकलीफ द्विपक्षीय रूप से कोई सीरीज नहीं खेलने से होगी. वर्ल्ड कप में अगर हम उनके साथ मैच नहीं खेलते हैं तो उन्हें 2 अंक का फायदा ही होगा नुकसान नहीं.'