
Wriddhiman Saha: श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट टीम में जगह न मिलने के बाद ऋद्धिमान साहा लगातार विवादों में नजर आ रहे हैं. इंटरव्यू न देने पर पत्रकार द्वारा दी गई धमकी का मामला हो या टीम में चयन न हो पाने के बाद साहा के कुछ बयान हो, वह पिछले कई दिनों से भारतीय क्रिकेट के लिए एक विवादित चेहरे के रूप में नजर आ रहे हैं. BCCI अब ऋद्धिमान साहा से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के नियमों के उल्लंघन के आरोपों का जवाब भी मांगेगा.
दरअसल, सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के साथ जुड़े खिलाड़ियों को टीम सेलेक्शन से लेकर कई अन्य गोपनीय बातों को पब्लिक फोरम में रखने से मना किया जाता है, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट टीम में चयन होने के बाद ऋद्धिमान साहा ने टीम मैनेजमेंट में कोच राहुल द्रविड़ और बोर्ड प्रेसिडेंट सौरव गांगुली के साथ उनकी बातचीत को खुले तौर पर मीडिया के सामने रख दिया था. जिसकी वजह से यह विवाद और गहरा गया. अब बोर्ड उन पर लगे सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के नियमों के उल्लंघन के आरोपों का जवाब भी मांगेगा.
नियम 6.3 का उल्लंघन
केंद्रीय अनुबंध में ग्रुप बी में शामिल साहा के बारे में पता चला है कि उन्होंने नियम 6.3 का उल्लंघन किया है. इस नियम के अनुसार, ‘कोई भी खिलाड़ी खेल, अधिकारियों, खेल में हुई घटनाओं, प्रौद्योगिकी के उपयोग, चयन मामलों या खेल से संबंधित किसी भी अन्य मामले के बारे में किसी तरह के मीडिया में ऐसी टिप्पणी नहीं करेगा जो बीसीसीआई की राय में प्रतिकूल है या खेल, टीम या बीसीसीआई के हित में नहीं है.’
बोर्ड के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कहा, 'हां, इस बात की संभावना है की बोर्ड साहा से से सवाल पूछे, कैसे वह सेलेक्शन से जुड़े मुद्दों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में होने के बावजूद पब्लिक फोरम में रख रहे हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'जहां तक बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली की बात है तो उन्होंने साहा को मोटिवेट करने का ही प्रयास किया है, लेकिन बोर्ड यह जरूर जानना चाहेगा की टीम मैनेजमेंट के साथ बातचीत को पब्लिक करने की उन्हें क्या जरूरत पड़ी.'
श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट टीम में साहा की जगह केएस भरत को जगह दी गई है. साहा ने टीम सेलेक्शन के बाद सौरव गांगुली कोच राहुल द्रविड़ के साथ हुई बातचीत को मीडिया के सामने रख दिया था. सौरव गांगुली के साहा को उनकी टेस्ट टीम में जगह को लेकर आश्वस्त किया था, वहीं उनके मुताबिक कोच राहुल द्रविड़ ने साहा को संन्यास के बारे में विचार करने के लिए कहा.