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फ्रॉड केसः BCCI ने गोवा क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सहित 3 को किया सस्पेंड

बीसीसीआई ने गोवा क्रिकेट एसोसिएशन के तीन आला अधिकारियों अध्यक्ष चेतन देसाई, सचिव विनोद फड़के और खजांची अकबर मुल्ला को शनिवार को सस्पेंड कर दिया. साथ ही तीनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

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अतीत शर्मा
  • मुंबई,
  • 18 जून 2016,
  • अपडेटेड 4:14 PM IST

बीसीसीआई ने गोवा क्रिकेट एसोसिएशन के तीन आला अधिकारियों अध्यक्ष चेतन देसाई, सचिव विनोद फड़के और खजांची अकबर मुल्ला को शनिवार को सस्पेंड कर दिया. साथ ही तीनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

बीसीसीआई की ओर से इन तीनों के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करने का फैसला भी किया गया है.

जवाब देने के लिए 15 दिन की मोहलत
बीसीसीआई ने इन तीनों को इस मसले पर लिखित जवाब देने के लिए 15 दिन की मोहलत दी है. जीसीए के नाम पर फर्जी बैंक खाता खोलने और बीसीसीआई का 3.13 करोड़ रुपये का चेक भुनाने के आरोप में पुलिस पहले ही देसाई, फड़के और मुल्ला को गिरफ्तार कर चुकी है. उन पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत गंभीर आरोप लगाए गए हैं.

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अब ऑनलाइन होगा लेनदेन
गौरतलब है कि जीसीए के शीर्ष अधिकारियों की ओर से की गई कथित धोखाधड़ी के बाद बीसीसीआई ने राज्य संघों को फंड का लेनदेन ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए करने का फैसला किया है.

बीसीसीआई के भी मेंबर हैं दो सस्पेंडेड अधिकारी
बीसीसीआई सचिव अजय शिर्के ने कहा, ‘मीडिया में ऐसी काफी रिपोर्ट आई कि गोवा क्रिकेट संघ के अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष को जीसीए के फंड में हेराफेरी के कथित गंभीर आरोपों में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है.’ उन्होंने कहा, ‘इसमें दो सदस्य बीसीसीआई के अधिकारी भी हैं जो बीसीसीआई की महत्वपूर्ण समितियों में राज्य क्रिकेट संघ का प्रतिनिधित्व करते हैं.’

बीसीसीआई के नियमों के मुताबिक हुई कार्रवाई
शिर्के ने कहा, ‘आरोपों की गंभीरता को देखते हुए बीसीसीआई ने इन आरोपों की जांच कराने का फैसला किया है.’ उन्होंने कहा, ‘साथ ही बीसीसीआई के नियमों और संविधान के अंतर्गत गोवा क्रिकेट संघ के सचिव और सचिव के खिलाफ कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया कि बोर्ड के नियमों के अनुसार उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए?’ बीसीसीआई ने जीसीए अधिकारियों को अपने जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया है.

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शिर्के ने कहा, ‘उन्हें लिखित जवाब सौंपने के लिए 18 जून 2016 से 15 दिन का समय दिया गया है.’ जांच पूरी होने तक दोनों अधिकारियों को बीसीसीआई की समितियों से निलंबित रखा जाएगा.

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