
क्रिकेट क्रेज़ी देश मे जहां लोगों की रगों में क्रिकेट जूनून बन कर दौड़ता है ऐसे में एक क्रिकेट ऐसा भी जहां खेल वही है लेकिन अंदाज़ थोड़ा अलग है, पिच वही है लेकिन बल्ला और बॉल ज़रा अलग हट के, जोश और ज़ज़्बा वही लेकिन खिलाड़ी थोड़े अलग हैं. यहां बात हो रही है ब्लाइंड वर्ल्ड कप की, जिसके दूसरे टी 20 वर्ल्ड कप का आगाज 29 जनवरी से दिल्ली से होगा.
12 फरवरी तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में पहला मैच मेज़बान टीम और वेस्टइंडीज के बीच खेला जाएगा. इस ब्लाइंड वर्ल्ड कप में कुल 11 टीमें हिस्सा ले रही हैं. बहुत कम लोग जानते हैं कि 2012 में पहली बार हुआ टी 20 वर्ल्ड कप इंडिया के नाम रहा. ज़ाहिर सी बात हैं वर्ल्ड चैंपियन के टाइटल को बचाने के लिए इन दिनों टीम इंडिया की तैयारी ज़ोरों पर है.
टीम के कोच पैट्रिक राजकुमार ने एक खास बातचीत में बताया कि सभी खिलाड़ियों को ट्रेन करना बहुत ही चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि टेकनीक के साथ साथ उनके साथ बैठ कर कॉन्फिडेंस के साथ काम करना पड़ता है. इस खेल मे आँखों, कान, फीलिंग्स और बॉडी के साथ कोआर्डिनेशन करना पड़ता है. हर खिलाड़ी की ट्रेनिंग केटेगरी के हिसाब से अलग होती है जिसमे काफी ज़्यादा मल्टीटास्किंग करनी पड़ती है.
ब्लाइंड वर्ल्ड कप से जुड़े खिलाडियों की आंखों में भले ही रोशनी न हो लेकिन आसमान छूते इनके हौसलों में कोई कमी नहीं है तभी तो टीम के कप्तान को पूरी उम्मीद है कि इस बात का वर्ल्ड कप भी इंडिया ही जीतेगी. ब्लाइंड क्रिकेट टीम के कप्तान अजय कुमार रेड्डी ने बताया कि हम पूरी तरह से तैयार है, प्रेशर बस इस लिहाज से है कि हमे अपना वर्ल्ड चैंपियन का टाइटल डिफेंड करना है और दुनिया को बताना है कि हमारी पहली जीत बाए चांस नहीं थी. इस ब्लाइंड वर्ल्ड कप से लोगों के कई सारे डाउट क्लियर होंगे.
लोगों में इस ब्लाइंड स्पोर्ट्स को लेकर ज्यादा से ज्यादा जागरूकता आये इसलिए इस टूर्नामेंट को 12 शहरों में खेला जायेगा. ब्लाइंड एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी ने बताया कि पहले वर्ल्ड कप के सारे मैचे बंगलुरु में खेलें गए थे लेकिन इस बार पुणे, हैदराबाद, इंदौर, दिल्ली जैसे 12 शहरों में खेले जाएंगे. पाकिस्तान भी इस बार टूर्नामेंट का हिस्सा होगा.
इस बार का वर्ल्ड कप पिछली बार से बड़ा और बेहतर है'. इसमें कोई दो राय नहीं हैं कि ब्लाइंड क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के जोश और ज़ज़्बे में कोई कमी नहीं है लेकिन ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, वेस्टइंडीज, नेपाल जैसी टीमो के साथ मुक़ाबला कर के क्या एक बार फिर ये खिलाडी टी 20 वर्ल्ड कप अपने नाम कर पाएंगे, ये देखना दिलचस्प होगा.
गौरतलब है कि नेत्रहीन क्रिकेट टीम में खिलाड़ियों का चयन तीन कैटेगरी में होता है. पहली कैटेगरी बी -1 होती है जिसमें पूरी तरह दृष्टिहीन 4 खिलाड़ी होते हैं. दूसरी कैटेगरी बी -2 होती है, जिसमें ऐसे 3 खिलाड़ी होते हैं जिन्हें 3 मीटर तक दिखाई देता है. तीसरी कैटेगरी होती है बी -3, जिसमें 4 ऐसे खिलाड़ी होते हैं जिन्हें लगभग 6 मीटर तक दिखता है.