
क्या चेतेश्वर पुजारा को बढ़ती उम्र की वजह से टीम इंडिया में सेलेक्ट नहीं किया जा रहा... क्या उनका रन बनाना किसी काम का नहीं..? दरअसल, पुजारा का बल्ला मौजूदा रणजी सीजन में अच्छा चल रहा है. पुजारा ने घरेलू क्रिकेट में इस बार 75 के एवरेज से रन बनाए हैं. इसके बावजूद उनको टीम इंडिया में मौका नहीं दिया जा रहा है.
अगर उम्र, बल्लेबाजी फॉर्म पर भारी पड़ रही है तो खुद कप्तान रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन को टीम में जगह मिली हुई है. जो चेतेश्वर पुजारा से उम्र में ज्यादा है.
आज की तारीख (14 फरवरी 2023) के हिसाब से रोहित शर्मा की उम्र 36 साल, 290 दिन है. वहीं, रविचंद्रन अश्विन 37 साल 150 दिन के हैं. जबकि चेतेश्वर पुजारा 36 साल 20 दिन के हैं.
खैर उम्र से आगे बढ़ते हैं और चेतेश्वर पुजारा के हालिया फॉर्म की बातें करें तो वो निश्चित तौर पर टीम इंडिया में डिजर्व करते हैं.
विराट कोहली के उपलब्ध ना होने और चोटिल केएल राहुल के बाद पुजारा को सही विकल्प माना जा सकता था. विराट के बाहर होने के बाद हैदराबाद टेस्ट में रजत पाटीदार टीम में बतौर रिप्लेसमेंट आए. अब केएल राहुल के इंजर्ड होने के बाद अब देवदत्त पडिक्कल टीम में राजकोट टेस्ट के लिए आए हैं.
टेस्ट विशेषज्ञ कहे जाने वाले पुजारा ने इस बार रणजी सीजन (2023/24) के 6 मैचों की 10 पारियों में 673 रन बनाए हैं. इसमें उनका सर्वाधिक 243 नॉटआउट रहा हैं. पुजारा का एवरेज 74.77 रहा है.
कुछ दिनों पूर्व राहुल द्रविड़ का एक बयान चर्चा में था, जो उन्होंने ईशान किशन को लेकर दिया था. राहुल का कहना था कि ईशान किशन को घरेलू क्रिकेट में खेलना चाहिए, ताकि उनके नाम पर आगे विचार किया जा सके.
लेकिन यहीं एक क्रिकेटर (पुजारा) ऐसा है, जो लगातार रणजी में परफॉर्म कर रहा है. इसके बावजूद उसको टीम में नहीं चुना जा रहा है. ऐसे में चेतेश्वर पुजारा को और क्या करना चाहिए. इस पर कई सवाल उठ रहे हैं.
अनिल कुंबले ने उठाए थे सवाल
शुभमन गिल हाल में वाइजैग टेस्ट में ही हिट रहे थे. उन्होंने उस पारी में 104 रन बनाए थे. उससे पहले गिल ने (13,18, 6, बैटिंग नहीं, 10, 29, 2, 26, 36, 10, 23, 0, 34, 104) की पारियां शुरू होते ही खत्म हो गई थीं.
गिल को जिस तरह के मौके मिले और पुजारा को नहीं... इस पर कुंबले ने वाइजैग टेस्ट से पहले कटाक्ष किया था. दरअसल, गिल ही पुजारा की जगह नंबर 3 पर लंबे समय से खेल रहे हैं. कुंबले ने कहा था कि जितने मौके गिल को मिले हैं, उतने तो पुजारा को भी नहीं मिले थे.
रोहित ने पुजारा पर क्या कहा था?
रोहित ने हैदराबाद टेस्ट से पूर्व संध्या पर भी अंजिक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा पर बयान दिया था. तब रोहित ने कहा था, 'हमने सीनियर खिलाड़ियों को लाने के बारे में सोचा, लेकिन फिर यंग खिलाड़ियों को मौके कब मिलेंगे. हमने इस बारे में भी सोचा. पर सीनियर खिलाड़ियों को बाहर रखने का फैसला आसान नहीं था.'
ऐसे में रोहित का यह बयान भी बेहद अटपटा था. क्योंकि फॉर्म के आधार पर ही टीम का सेलेक्शन का आधार होना चाहिए.
इंग्लैंड सीरीज में एक अनुभवी खिलाड़ी की जरूरत
गाहे-बगाहे इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज से पहले और सीरीज के दौरान कई बार इस बात की मांग उठी थी कि चेतेश्वर पुजारा को मौका दिया जाना चाहिए था. टीम को अभी तजुर्बेकार बल्लेबाज की जरूरत है.
टेस्ट क्रिकेट के विश्वसनीय बल्लेबाजों में शुमार पुजारा टीम इंडिया के लिए आखिरी बार इस साल WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए दिखे थे.
उन्होंने 103 टेस्ट मैचों में 43.60 के एवरेज से 7195 रन बनाए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से 19 शतक और 35 अर्धशतक निकले. टेस्ट क्रिकेट में पुजारा का सर्वाधिक स्कोर नाबाद 206 रन है, जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था. पुजारा ने 5 ODI में कुल 51 रन बनाए हैं.
चेतेश्वर पुजारा का टेस्ट करियर
• 103 मैच, 7195 रन, 43.60 औसत
• 19 शतक, 35 अर्धशतक, 44.36 स्ट्राइक रेट
• 863 चौके, 16 छक्के