
IND vs ENG 4th T20I, Concussion substitute Controversy Explained: भारत इंग्लैंड के बीच पुणे में हुए चौथे टी20 में गजब का खेला हुआ. 12वें खिलाड़ी (12th मैन) हर्षित राणा की बीच मैच में एंट्री हुई और उसके बाद मैच का रुख भारत की तरफ हो गया. उन्होंने पहले ही ओवर की दूसरी ही गेंद पर लियाम लिविंंगस्टोन का अहम विकेट झटका, मैच में कुल 3 विकेट झटके, इस तरह भारत ने मुकाबले को 15 रनों से जीत लिया. भारत ने इसके साथ ही पांच मैचों की टी20 सीरीज में 3-1 की बढ़त भी हासिल कर ली.
लेकिन, पुणे में हुआ यह मुकाबला 'कन्कशन सब्स्टीट्यूट रूल' की वजह से ज्यादा चर्चा में रहा. टी20 मैच के दौरान शिवम दुबे की जगह हर्षित राणा को लाया गया. जिस पर खूब बवाल हुआ. इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर भारतीय टीम के इस कदम से नाराज दिखे. उन्होंने कहा कि यह (दुबे की जगह हर्षित का आना) एकसमान सब्सटीट्यूट ( like-for-like replacement) की परिभाषा में फिट नहीं बैठता है.
सब्सटीट्यूट के समय ऑन एयर टेलीविजन कमेंटेटर केविन पीटरसन और निक नाइट ने भी इस बदलाव पर सवाल उठाए थे. 34 गेंदों पर 53 रन बनाने के दौरान हेलमेट पर चोट लगने के बाद शिवम दुबे मैदान पर नहीं उतरे थे. इस तरह हर्षित राणा जो मैच के 12वें खिलाड़ी (12th मैन) थे, उनको बीच मैच में डेब्यू को मौका मिला.
आइए पहले आपको आसान भाषा में समझा देते हैं आखिर यह 'कन्कशन सब्स्टीट्यूट रूल' क्या है? ICC के नियमानुसार कन्कशन सब्स्टीट्यूट में किसी भी खिलाड़ी के सिर या आंख में चोट लगती है, तो नए प्लेयर को रिप्लेसमेंट के रूप में शामिल किया जा सकता है. उदारहण के लिए, अगर कोई ऑलराउंडर कन्कशन सब्स्टीट्यूट होता है, तो टीम उसकी जगह किसी ऑलराउंडर को ही शेष मैच में शामिल किया जा सकता है. हालांकि सब्स्टीट्यूशन लाइक फॉर लाइक (एक समान) होना चाहिए. नियम के क्लॉज 1.2.7.3.4 में इस बात को स्पष्ट किया गया है.
हर्षित राणा ने कैसे कर दिया खेला...
पुणे टी20 में भारतीय टीम की जीत में पेसर हर्षित राणा की अहम भूमिका रही. हर्षित ने टी20 इंटरनेशनल डेब्यू पर गदर काट दिया. उन्होंने अपने पहले ही ओवर की दूसरी गेंद पर लियाम लिविंगस्टोन को आउट दिया. लिविंगस्टोन का विकेट मैच के लिहाज से टर्निंग पॉइंट रहा. फिर उन्होंने जैकब बेथेल और जेमी ओवर्टन को भी आउट करके इंग्लैंड की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. हर्षित ने 4 ओवरों में 33 रन देकर 3 विकेट लिए.
इससे पूर्व दुबे ने 57 रन पर 4 विकेट गिरने के बाद अर्धशतक बनाया और हार्दिक पंड्या के साथ छठे विकेट के लिए 87 रनों की पार्टनरशिप की. जिसकी बदौलत भारत 9 विकेट पर 181 रन बना सका. पारी की आखिरी गेंद पर दुबे के हेलमेट पर जैमी ओवरटन की 141.5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद लगी. भारत के पास बल्लेबाजी ऑलराउंडर रमनदीप सिंह बेंच पर थे, जो दुबे के लिए बेहतर विकल्प हो सकते थे. रमनदीप कुछ समय के लिए वरुण चक्रवर्ती के लिए फील्डिंग करने मैदान पर आए थे.
भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) स्टेडियम में खेले गए टी20 मुकाबले में 15 रनों से जीत हासिल की. इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने पांच मैचों की टी20 सीरीज पर कब्जा कर लिया. भारतीय टीम पिछले छह सालों में अपने घरेलू मैदान पर कोई भी द्विपक्षीय टी20 सीरीज नहीं हारी है. भारत की अपने घर पर आखिरी टी20 सीरीज हार फरवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आई थी. उसके बाद से भारत ने अपने घर पर 17 टी20 सीरीज खेले, जिसमें से उसने 15 जीते और दो सीरीज ड्रॉ रहे.
दुबे बाहर, राणा अंदर, क्यों हुआ ऐसा, मोर्केल ने बताया
टीम इंडिया के असिस्टेंट कोच मोर्ने मोर्केल ने कहा- शिवम पारी के ब्रेक में हल्के सिरदर्द के लक्षणों के साथ मैदान से बाहर चले गए. हमने सूटेबल कन्कशन सब्स्टीट्यूट के लिए मैच रेफरी के पास नाम भेजा, और वहां से मैच रेफरी को निर्णय लेना था. जब निर्णय लिया गया, तब हर्षित खाना खा रहे थे, इसलिए हमें उसे मैदान पर जाने और गेंदबाजी करने के लिए जितनी जल्दी हो सके रेडी करना था. यह मेरे ऊपर बैठे लोगों के हाथ में है, इसमें मैच रेफरी निर्णय लेता है. हम केवल नाम को आगे बढ़ा सकते हैं और उसके बाद चीजें हमारे हाथ से बाहर हो जाती हैं.