Advertisement

भारत इस बार नहीं जीता तो ऑस्ट्रेलिया में कभी नहीं जीत सकेगा: डीन जोंस

स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर के बिना ऑस्ट्रेलियाई टीम उतनी मजबूत नहीं लग रही, जिससे भारत के पास ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज जीतने का सुनहरा मौका है.

Virat Kohli Virat Kohli
तरुण वर्मा
  • सिडनी,
  • 30 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 2:24 PM IST

पूर्व कंगारू बल्लेबाज डीन जोंस को नहीं लगता कि ऑस्ट्रेलिया की मौजूदा टीम आगामी टेस्ट सीरीज में भारत को हरा सकेगी और उन्होंने मेजबान को भारतीय कप्तान विराट कोहली को ‘उकसाने’ से बचने की भी सलाह दी.

स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर के बिना ऑस्ट्रेलियाई टीम उतनी मजबूत नहीं लग रही, जिससे भारत के पास ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज जीतने का सुनहरा मौका है.

Advertisement

जोंस ने ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ से कहा, ‘भारत अगर यह सीरीज नहीं जीत सका तो ऑस्ट्रेलिया में कभी नहीं जीत पाएगा. भारत हर प्रारूप में ऑस्ट्रेलिया से मीलों आगे हैं, लेकिन क्या उन्हें यह भरोसा है और क्या उनके तेज गेंदबाज अपेक्षाओं पर खरे उतर सकेंगे.’

जोंस ने कहा, ‘मुझे लगता है कि भारत 2-0 या 3-0 से जीतेगा, क्योंकि मुझे नहीं लगता कि ऑस्ट्रेलिया एक भी टेस्ट जीत सकेगा.’

'भारत को जीतनी है सीरीज, तो ओपनरों को खेलनी पड़ेगी बड़ी पारी'

जोंस ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर हराना काफी कठिन है. लेकिन, इस टीम में स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर नहीं हैं, जो ऑस्ट्रेलिया के रनों का 40 प्रतिशत बनाते हैं. उनकी जगह कौन लेगा.’

गेंद से छेड़खानी विवाद के बाद ऑस्ट्रेलिया का मैदान पर बर्ताव सुर्खियों में है. ऑस्ट्रेलियाई आक्रामकता से समझौता करने के लिए टीम की आलोचना हो रही है. लेकिन, जोंस ने कहा कि कोहली से छींटाकशी से टीम को बचना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘उससे बात ना करें या उसे उकसाए नहीं. उसे अपना दोस्त बनाकर खेलें.’

Advertisement

कोहली को लेकर पोंटिंग का माइंडगेम, इस कंगारू खिलाड़ी को बताया बेहतर

कोहली पर अंकुश लगाने के उपाय पूछने पर जोंस ने कहा, ‘कोहली की बल्लेबाजी में कमी तलाशना उसी तरह है, जिस तरह मोनालिसा में कोई कमी ढूंढना. उसके कवर ड्राइव पर रोक लगानी होगी.’

जोंस ने 1986 के दौरे का उदाहरण दिया जब ऑस्ट्रेलिया अनुभवहीन टीम लेकर भारत गया था. उन्होंने कहा , ‘1986 में हमारे पास अनुभवहीन टीम थी. लेकिन, एलेन बॉर्डर और बाब सिम्पसन जैसे दो महान खिलाड़ी थे. खिलाड़ियों ने विरोधी टीम की परवाह किए बिना खेला और टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराई.’

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement