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IND vs SA, Deepak Chahar: जब दीपक चाहर ने श्रीलंका में जिताया था मैच, क्या बनेंगे टीम इंडिया ऑलराउंडर? 

यह पहली बार नहीं है जब दीपक चाहर टीम इंडिया के लिए बल्ले से प्रभावित करने में कामयाब रहे हैं. पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ ऐसी ही परिस्थिति में दीपक चाहर बल्ले से हीरो बनकर उभरे थे.

Deepak Chahar (getty) Deepak Chahar (getty)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 24 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 9:07 AM IST
  • दीपक ने केपटाउन वनडे किया ऑलराउंड प्रदर्शन
  • अगले साल भारत में आयोजित होना है WC

IND vs SA, Deepak Chahar: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का समापन हो चुका है. रविवार को को केपटाउन वनडे मुकाबले में दीपक चाहर ने ऑलराउंड खेल का नजारा पेश किया. जहां पहले बॉलिंग में दीपक ने दो विकेट चटकाए. वहीं, बल्लेबाजी में 54 रनों की तूफानी पारी खेलकर टीम इंडिया को जीत के काफी करीब ला दिया.

यह पहली बार नहीं है जब दीपक चाहर टीम इंडिया के लिए बल्ले से प्रभावित करने में कामयाब रहे हैं. पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ ऐसी ही परिस्थिति में दीपक चाहर बल्ले से हीरो बनकर सामने आए थे. तब दीपक चाहर ने टीम को जीत के दरवाजे तक पहुंचा कर ही दम लिया था.

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श्रीलंका के खिलाफ जिताया था मैच

कोलंबो में खेले गए उस मुकाबले में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करके 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 275 रन बनाए थे. जवाब में भारत ने 49.1 ओवरों में सात विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया था. तब दीपक चाहर ने 82 बॉल पर सात चौके एवं एक छक्के की मदद से नाबाद 69 रन बना दिए थे. इस दौरान उन्होंने भुवनेश्वर कुमार (18) के साथ आठवें विकेट के लिए 84 रनों की अविजित साझेदारी भी की थी.

दीपक चाहर ने अब तक भारत के लिए 6 वनडे और 17 टी20 इंटरनेशनल मैचों में भाग लिया है. इस दौरान चाहर ने वनडे में आठ और टी20 इंटरनेशनल में कुल 23 विकेट चटकाए हैं. वनडे इंटरनेशनल में दीपक के नाम 70.50 की औसत से 141 और टी20 इंटरनेशनल में कुल 22 रन दर्ज हैं.

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वर्ल्ड कप के लिए शुभ संकेत!

अगले साल भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर जैसे प्लेयर्स का बल्ले से योगदान देना टीम मैनेजमेंट के लिए काफी महत्वपूर्ण है. दीपक चाहर जैसे प्लेयर्स रहने से टीम के निचले क्रम को मजबूती मिलती है. वैसे, दीपक चाहर पिछले दो-तीन सालों से भारतीय टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं. लेकिन इस पारी ने एकबार फिर साबित किया है कि वह मौका मिलने पर गेंद के साथ ही बल्ले से भी कमाल कर सकते हैं.




 

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