
Ind Vs Wi, Deepak Hooda: भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच अहमदाबाद में खेले गए पहले वनडे मैच में टीम इंडिया की जीत हुई. भारतीय टीम ने इस मुकाबले में आसानी से जीत दर्ज करते हुए सीरीज़ में 1-0 से बढ़त बना ली. लेकिन इस दौरान एक बात जो हर किसी को खली, वो ऑलराउंडर के विषय पर जारी बहस है. इस मुकाबले में दीपक हुड्डा ने डेब्यू किया, जो एक ऑलराउंडर हैं.
दीपक हुड्डा ने अपने डेब्यू में बैटिंग की, नाबाद रहकर टीम को जीत भी दिलाई. लेकिन टीम इंडिया जब बॉलिंग कर रही थी, उस वक्त दीपक हुड्डा को बॉलिंग का मौका नहीं मिला. टीम इंडिया ने भले ही 176 रनों के स्कोर पर वेस्टइंडीज़ की टीम को रोक लिया, लेकिन इसके बाद भी बतौर ऑलराउंडर बॉलिंग का मौका ना मिलना सवाल खड़े कर रहा है.
वेंकटेश को भी नहीं मिला था डेब्यू में बॉलिंग का मौका
वो भी इसलिए जब हार्दिक पंड्या के चोटिल होने के बाद टीम इंडिया को एक ऑलराउंडर की तलाश है. इससे पहले साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली गई वनडे सीरीज़ में टीम इंडिया ने वेंकटेश अय्यर को मौका दिया था. तब वेंकटेश को भी अपने डेब्यू में बॉलिंग का मौका नहीं मिल पाया था, हालांकि बाद में उन्होंने जरूर बॉलिंग की थी.
लेकिन साउथ अफ्रीका सीरीज़ में बेहतर प्रदर्शन नहीं करने की वजह से वेंकटेश अय्यर को वनडे टीम से बाहर किया गया, जबकि वह टी-20 टीम में बने हुए हैं. ऑलराउंडर की तलाश के बीच दीपक हुड्डा को मौका मिला, लेकिन बॉलिंग नहीं कर पाए. इस पर पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी सवाल खड़े किए.
आकाश चोपड़ा ने ट्वीट कर लिखा कि पहले वेंकटेश अय्यर पहले और हुड्डा आज. इस तरह ऑलराउंडर बनाना मुश्किल होगा, अगर आप बॉलिंग करने का मौका नहीं देंगे. या फिर सेलेक्टर जिन ऑलराउंडर को मौका दे रहे हैं टीम मैनेजमेंट को उनकी बॉलिंग क्षमता पर भरोसा नहीं है.
अहमदाबाद वनडे में डेब्यू करने वाले दीपक हुड्डा ने रविवार को 32 बॉल पर 26 रनों की संभली हुई पारी खेली, इस दौरान उन्होंने दो चौके भी लगाए. दीपक ने सूर्यकुमार यादव के साथ मिलकर टीम इंडिया को जीत तक पहुंचाया.