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धोनी का फैसला सही समय पर क्योंकि विराट हैं तैयार: एमएसके प्रसाद

राष्ट्रीय चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद ने महेंद्र सिंह धोनी के सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ने के फैसले को ‘सही समय पर लिया गया फैसला’करार देते हुए कहा कि विराट कोहली को कमान सौंपी जायेगी.

प्रसाद और धोनी प्रसाद और धोनी
BHASHA/अमित रायकवार
  • नई दिल्ली,
  • 06 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 10:18 AM IST

राष्ट्रीय चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद ने महेंद्र सिंह धोनी के सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ने के फैसले को ‘सही समय पर लिया गया फैसला’करार देते हुए कहा कि विराट कोहली को कमान सौंपी जायेगी. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि धोनी 15 जनवरी से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही वनडे सीरीज के लिये टीम में रहेंगे और उनके भीतर अभी क्रिकेट बाकी है.

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'धोनी का कप्तानी छोड़ने का फैसला सही'
प्रसाद ने कहा ,‘यदि माही यह फैसला एक साल या छह महीने पहले लेता तो मैं चिंतित होता लेकिन उसने एकदम सही समय पर फैसला लिया है. उन्हें पता है कि विराट अब खुद को साबित कर चुका है और टेस्ट में बतौर कप्तान बेहतरीन प्रदर्शन किया है.' उन्होंने कहा,‘धोनी का यह फैसला सही है. इससे साबित होता है कि भारतीय क्रिकेट का हित उनके जेहन में था.' भारत के पूर्व विकेटकीपर प्रसाद ने कहा कि धोनी के भीतर अभी काफी क्रिकेट बाकी है.

'धोनी ने कप्तान के तौर पर सबकुछ हासिल किया'
प्रसाद ने कहा कि, ‘मुझे अभी भी लगता है कि उसके भीतर काफी क्रिकेट बाकी है. विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर वह टीम की सफलता में योगदान दे सकता हैं.’ उन्होंने कहा, ‘उसके पास बतौर कप्तान हासिल करने के लिये क्या बचा था. उसने सब कुछ हासिल कर लिया. टी20 विश्व कप, 50 ओवरों विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी सभी जीते. इसके अलावा आईपीएल, चैंपियंस लीग में भी खिताबी जीत दर्ज की. उसके पास साबित करने के लिये कुछ नहीं था.'

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'धोनी की मौजूदगी से कोहली को होगा फायदा'
प्रसाद का मानना है कि धोनी की मौजूदगी से कोहली को मार्गदर्शन मिलेगा जिन्हें तीनों प्रारूपों में कमान संभालनी है. उन्होंने कहा,‘धोनी की मौजूदगी से कोहली को मदद मिलेगा जो अब तीनों प्रारूपों में कप्तान होगा. यदि वह संन्यास ले लेते तो विराट उनके अपार अनुभव से वंचित रह जाते.' प्रसाद ने कहा कि धोनी और विराट में जमीन आसमान का फर्क है लेकिन भारत के लिये मैच जीतने की दोनों की ललक समान है. उन्होंने कहा,‘धोनी अपने जज्बात जाहिर नहीं करते जबकि कोहली हमेशा से आक्रामक है. धोनी को देखकर पता ही नहीं चलता कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है । धोनी और कोहली दोनों की मैच जीतने की ललक एक सी है.'

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