
आजतक के ई- सलाम कार्यक्रम के 'कैसे बनी रहेगी रफ्तार' सेशन में पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने कहा कि कोरोना के कारण कमेंट्री में बड़ा बदलाव आएगा. टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर ने कहा कि पहले एक ही माइक से कई लोग कमेंट्री कर लेते थे, लेकिन अब वो संभव नहीं हो पाएगा. क्योंकि माइक पर लिप टच होता है और इसलिए अब सभी कमेंटेटर्स को अलग-अलग माइक लेना होगा. कमेंट्री में कुछ नया शब्द खोजने पर इरफान ने कहा कि ओस (Dew) को मैं शबनम कहकर बुलाता हूं. ये काफी फेमस हुआ है. आगे भी कुछ ऐसे शब्द कमेंट्री में लाने की कोशिश होगी.
वहीं, सलाइवा बैन पर पठान ने कहा कि अब फ्लैट पिच बनाने की जरूरत नहीं है. पिच में नमी होनी चाहिए ताकि गेंदबाजों को भी मदद मिले. कई खिलाड़ियों को बहुत पसीना नहीं आता है, जैसे एलिस्टर कुक. ऐसे में टीम मैनेजमेंट को प्लेइंग इलेवन पर भी ध्यान देना पड़ेगा .
इस सेशन में पठान ने डैरेन सैमी मामले पर खुलकर बात की. इरफान पठान ने कहा कि जब मैं डैरेन सैमी के साथ टीम में था तो वो हमारी टीम के कप्तान थे. कोई भी कप्तान बहुत संभलकर और तमीज से बात करता है. सोशल मीडिया पर उनके बयान को लेकर तरह-तरह की बातें कही जा रही हैं.
E-Salaam Cricket 2020 की लाइव कवरेज देखें यहां
पठान ने कहा कि ईशांत शर्मा और डैरेन सैमी की दोस्ती अच्छी थी. सैमी मेरे कमरे में भी खाना खाने आते थे. खासतौर पर बिरयानी को लेकर कहते थे. सैमी ने जिसे (नस्लभेदी टिप्पणी) स्टेटमेंट बनाया है, उस पर टीम से चर्चा जरूर की जाती. साथ ही टीम मीटिंग में भी इस पर चर्चा होती, लेकिन ऐसी कभी चर्चा नहीं हुई. अगर ऐसा हुआ होता तो उसे सही किया जाता.
बता दें कि वेस्टइंडीज को दो बार टी-20 वर्ल्ड कप जिताने वाले पूर्व चैम्पियन कप्तान डैरेन सैमी ने आरोप लगाया था कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से खेलते हुए उन्हें ‘कालू’ कहा जाता था. सैमी ने कहा वह नस्ली टिप्पणियों का शिकार बने थे.