Advertisement

England Cricket Crisis: एशेज में करारी हार... इंग्लैंड क्रिकेट में भूचाल, ग्राहम थोर्प ने भी पद छोड़ा

इंग्लिश टीम 1968 के बाद से कैरिबियाई जमीं पर सिर्फ एक टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रही है. 2019 के दौरे पर भी उसे 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था.

Graham Thorpe (getty) Graham Thorpe (getty)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 7:36 PM IST
  • इंग्लिश क्रिकेट में इस्तीफों का दौर जारी
  • अब टीम के असिस्टेंट कोच ने दिया त्यागपत्र

England Cricket Crisis: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया एशेज सीरीज में इंग्लैंड को 0-4 से हार झेलनी पड़ी थी. इस शर्मनाक हार के बाद इंग्लैंड क्रिकेट में भूचाल मचा हुआ है और इस्तीफों का दौर जारी है. जहां इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के प्रबंध निदेशक एश्ले जाइल्स ने इस्तीफा दे दिया था, वहीं टीम के हेड कोच क्रिस सिल्वरवुड को बर्खास्त कर दिया गया था.

Advertisement

अब इसी कड़ी में इंग्लैंड टीम के असिस्टेंट कोच ग्राहम थोर्प ने ने अपना पद छोड़ दिया है. ईसीबी ने बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की है. बोर्ड के मुताबिक वेस्टइंडीज दौरे के लिए नए कोच की व्यवस्था नियत समय में की जाएगी. 24 फरवरी को इंग्लैंड की टेस्ट टीम विंडीज दौरे के लिए प्रस्थान करने वाली है.

इंग्लैंड मेन्स क्रिकेट के अंतरिम प्रबंध निदेशक एंड्रयू स्ट्रॉस ने कहा, 'मैं इंग्लैंड के कोचिंग स्टाफ के तौर पर कई वर्षों तक काम करने के लिए ग्राहम को धन्यवाद देना चाहता हूं और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं.'

ग्राहम थोर्प ने कहा, 'मैं बहुत भाग्यशाली रहा हूं कि इतने अच्छे खिलाड़ियों और कोचों के साथ काम किया है जिन्हें मैं जीवन के लिए अपना दोस्त मानता हूं.

ग्राहम थोर्प इंग्लैंड के उन चुनिंदा क्रिकेटरों में शामिल हैं, जिन्होंने सौ या उससे टेस्ट मैच खेले हैं. थोर्प ने 100 टेस्ट मैचों में 44.66 के एवरेज से 6744 रन बनाए, जिसमें 16 शतक और 39 अर्धशतक शामिल रहे. इसके अलावा थोर्प ने 82 वनडे इंटरनेशनल मुकाबलों में भी भाग लिया. वनडे इंटरनेशनल में थोर्प ने 37.18 की औसत से 2380 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 21 अर्धशतक निकले.

Advertisement

इंग्लिश टीम 1968 के बाद से कैरिबियाई जमीं पर सिर्फ एक टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रही है. 2019 के दौरे पर भी उसे 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था. स्ट्रॉस ने कहा है कि खिलाड़ियों पर खेल के मानकों को उठानी की जिम्मेदारी होनी चाहिए. स्ट्रॉस ने 2009 में इसी तरह की मुश्किल परिस्थितियों में इंग्लैंड के वेस्टइंडीज दौरे में टीम की कप्तानी की थी.


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement