
नस्लवाद जैसे मामलों को उजागर करने और सोशल मीडिया पर कई तरह की पोस्ट शेयर करने जैसे मामलों को लेकर इंग्लैंड के 5 खिलाड़ी सवालों के घेरे में थे. अब इन सभी को इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने कड़ी फटकार लगाई है.
कुछ समय पहले ही अजीम रफीक ने सोशल मीडिया के जरिए इंग्लैंड क्रिकेट में फैले नस्लवाद के मामलों को उजागर किया था. इनके अलावा भी 4 अन्य खिलाड़ी काउंटी टीम समरसेट के तेज गेंदबाज जैक ब्रूक्स, यॉर्कशायर के कोच एंड्रयू गाले और महिला खिलाड़ी इव जोन्स और डेनी व्याट हैं.
सभी खिलाड़ियों ने अपनी गलती स्वीकार की
इन सभी पाचों खिलाड़ियों को इंग्लैंड बोर्ड की अनुशासन समिति ने कड़ी फटकार लगाई है. हालांकि अजीम रफीक ने इस फैसले को स्वीकार किया है. बता दें कि इन सभी खिलाड़ियों को कोई और कार्रवाई नहीं झेलनी पड़ेगी. यह उन सभी के लिए आखिरी वॉर्निंग है. इसके बाद कोई गलती होती है, तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है.
रफीक ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, '2011 में मैंने जो सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की थी, उसको लेकर ईसीबी ने जो आरोप लगाए हैं, उन्हें मैं स्वीकार करता हूं. सीडीसी के फैसले पर आप मेरे द्वारा कोई शिकायत नहीं सुनेंगे. यह सही भी है. मैं यह पूरी तरह से स्वीकार करता हूं. मैं एक बार फिर यहूदी समुदाय से माफी मांगता हूं.'
क्या कहा सीडीसी ने अपने बयान में?
ईसीबी ने सोमवार (10 अक्टूबर) को जारी अपने बयान में कहा, 'ईसीबी ने मौजूदा और पूर्व खिलाड़ियों के खिलाफ जो आरोप लगाए थे, उस पर सीडीसी ने आज अपना फैसला सुनाया है. जैक ब्रूक्स, एंड्रयू गाले, इव जोन्स, अजीम रफीक और डेनिले व्याट सभी ने ईसीबी के लगाए 3.3 नियम के उल्लंघन के आरोपों को स्वीकार किया है.'
रफीक के साथ यह हुआ था मामला
बता दें कि अजीम रफीक के द्वारा आरोप लगाया गया था कि इंग्लैंड की काउंटी टीम यॉर्कशायर में उनके खिलाफ नस्लीय टिप्पणी की गई. ये विवाद लंबे वक्त से चल रहा था. हाल ही में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन को भी इस विवाद के चलते बीबीसी ने अपने एक प्रोग्राम से हटा दिया था.
एक यह भी खुलासा हुआ था कि रफीक ने इंग्लैंड अंडर-19 टीम के अपने साथी अतीक जावेद के साथ मिलकर एक अन्य खिलाड़ी पर नस्लीय टिप्पणी की थी क्योंकि वह बिल नहीं चुका पाए थे. उनका ये साथी यहूदी था. खबर पब्लिश होने के बाद रफीक ने उसी दिन माफी भी मांगी थी.