
कोविड-19 की वजह से BCCI पिछले साल रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं कर पाया था. इस साल भी कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए रणजी ट्रॉफी का आयोजन अधर में लटका नजर आ रहा था. गुरुवार को BCCI के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने जानकारी दी कि बोर्ड इस साल रणजी ट्रॉफी के सीजन का आयोजन करने का पूरा मन बना चुका है. टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी ट्वीट के जरिए रणजी ट्रॉफी की अहमियत को देखते हुए इसके आयोजन की मांग की है.
'रणजी ट्रॉफी के बिना भारतीय क्रिकेट रीढ़विहीन'
पूर्व कोच रवि शास्त्री ने ट्वीट के जरिए लिखा कि, 'रणजी ट्रॉफी भारतीय क्रिकेट की रीढ़ है. जिस क्षण आप इसकी अनदेखी शुरू करेंगे, हमारा क्रिकेट रीढ़विहीन हो जाएगा!'
इससे पहले कुछ स्टेट बोर्ड और खिलाड़ियों ने भी रणजी ट्रॉफी को प्रमुखता मिलने की मांग की थी. सभी ने इस सीजन में रणजी ट्रॉफी का आयोजन कराने की मांग की है. अब बोर्ड भी IPL से ठीक पहले रणजी ट्रॉफी के आयोजन की पूरी योजना की तैयारी कर रहा है.
इस सीजन रणजी ट्रॉफी की शुरुआत 13 जनवरी से होनी थी. कोरोना की तीसरी लहर और कई टीमों के खिलाड़ियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद बोर्ड ने इसे अनिश्चितकाल तक के लिए टाल दिया था. गुरुवार को अरुण धूमल ने इंडिया टुडे से कहा कि बोर्ड रणजी ट्रॉफी कराने की सभी संभावनाओं को तलाश रहा हैं. देश में कोरोना के कम होते मामलों के बाद बोर्ड को रणजी ट्रॉफी के आयोजन के लिए बल मिला है.
रणजी ट्रॉफी के शेड्यूल और तारीख के बारे में पूछे जाने पर अरुण ने कहा, 'यदि सब कुछ ठीक रहा तो हम फरवरी के बीच में यह टूर्नामेंट शुरू कर सकते हैं. इस पर फाइनल फैसला लेना बाकी है, जो जल्द लिया जा सकता है. हम सभी फैक्टर्स पर नजर बनाए हुए हैं. टूर्नामेंट के लिए मौसम, वेन्यू क्षमता, खिलाड़ियों की उपलब्धता आदि भी देख रहे हैं. हम टूर्नामेंट को दो शेड्यूल में भी कर सकते हैं. ग्रुप स्टेज अगले महीने (फरवरी) और बाकी मैच IPL के बाद भी करा सकते हैं.'