Advertisement

कश्मीर में ऐतिहासिक फैसले के बाद गंभीर बोले- घाटी में लहराया तिरंगा

गौतम गंभीर ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने के ऐतिहासिक फैसले के बाद अपनी खुशी ट्विटर पर जाहिर की है. इस ऐतिहासिक फैसले में जम्मू-कश्मीर को दो भागों में भी बांटने का फैसला लिया गया है. जम्मू-कश्मीर के साथ ही लद्दाख भी अब क्रेंद्र शासित प्रदेश होगा.

Gautam Gambhir Gautam Gambhir
तरुण वर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 05 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 4:21 PM IST

मोदी सरकार और बीजेपी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र के सबसे अहम वादे को पूरा करते हुए जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने का ऐतिहासिक फैसला कर लिया.

टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने इस बड़े फैसले के बाद अपनी खुशी ट्विटर पर जाहिर की है. गंभीर ने ट्विटर पर लिखा, 'जो कोई ना कर सका वो हमने कर दिखाया है. कश्मीर में भी अपना तिरंगा लहराया है.'

Advertisement

जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले धारा 370 को हटाकर मोदी सरकार ने तमाम अटकलों, अफवाहों और कयासों पर विराम लगा दिया.

इस ऐतिहासिक फैसले में जम्मू-कश्मीर को दो भागों में भी बांटने का फैसला लिया गया है. जम्मू-कश्मीर के साथ ही लद्दाख भी अब क्रेंद्र शासित प्रदेश होगा.

कश्मीर से घारा 370 को हटाने के लिए सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में एक संकल्प पेश किया. इस संकल्प में उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद-370 के सभी खंड जम्मू-कश्मीर में नहीं लागू होंगे.

इस प्रदेश की अपनी विधायिका होगी, जबकि लद्दाख अब जम्मू-कश्मीर से अलग एक केंद्र शासित प्रदेश होगा. लद्दाख में विधानसभा नहीं होगी. इस ऐतिहासिक फैसले पर तमाम दिग्गज हस्तियों ने अपने विचार सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं.

आर्टिकल 370 हटाने के बाद बदलाव

Advertisement

- पहले जम्मू-कश्मीर में दोहरी नागरिकता होती थी, अब सारे भारत के नागरिक होंगे.

- जम्मू-कश्मीर में धारा 356 लागू नहीं होती थी, अब धारा 356 लागू (सरकार बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने का अधिकार) होगी.

- पहले राज्यपाल शासन का अधिकार होता था, अब राष्ट्रपति शासन का अधिकार होगा.

- राज्य में अल्पसंख्यकों को आरक्षण नहीं मिलता था, अब अल्पसंख्यकों को आरक्षण मिलेगा.

- पहले राज्य की पुलिस सीएम को रिपोर्ट करती थी, अब राज्यपाल के अधीन होगी.

- पहले छह साल की विधानसभा, अब पांच साल की विधानसभा होगी.

- पहले राज्य का राज्यपाल था, अब जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल और लद्दाख का उप-राज्यपाल होगा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement