
Rahul Dravid 51th Birthday: टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ का आज (11 जनवरी) जन्मदिन हैं, वह आज 51 साल के हो गए हैं. आज ही टीम इंडिया मोहाली में अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज खेलने के लिए उतरेगी, ऐसे में उनको कप्तान रोहित शर्मा जीत के तौर पर बर्थडे गिफ्ट देना चाहेंगे.
भारत की दीवार, मिस्टर वॉल के नाम से फेमस राहुल द्रविड़ जब पिच पर खड़े हो जाते थे, तो उनका विकेट गिराना मुश्किल हो जाता था. कई बार तो गेंदबाजों के भी पसीने छूटे जाते थे. द्रविड़ के नाम वैसे तो कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड हैं. लेकिन एक ऐसा रिकॉर्ड है, जो आज तक कायम है. इसे क्रिकेट के बड़े-बड़े दिग्गज भी नहीं तोड़ पाए. इसके बारे में आपको बताने जा रहे हैं.
दरअसल, राहुल लंबी और टिकाऊ पारी खेलने के लिए जाने जाते थे. टेस्ट क्रिकेट में तो उनकी कोई सानी नहीं थी, वो परफेक्ट टीम प्लेयर थे. 2003 का वर्ल्ड कप इस बात की बानगी थी, यह द्रविड़ ही थे, जिनकी बदौलत तब टीम इंडिया का बल्लेबाजी क्रम सातवें नंबर तक था. 2003 में मोहम्मद कैफ भी केवल और केवल द्रविड़ के कारण ही सातवें नंबर पर खेल पाए थे. राहुल को जब जो जिम्मेदारी दी गई, वो उन्होंने शिद्दत से निभाई.
द्रविड़ के वैसे तो कई किस्से हैं, एक किस्सा है 2007-2008 के ऑस्ट्रेलिया दौरे का. तब मेलबर्न टेस्ट में द्रविड़ ने 40 गेंदें खेलने के बाद 41वीं गेंद पर अपना पहला रन बनाया था. इसके बाद तो दर्शकों ने कुछ इस अंदाज में तालियां बजाई थीं, जैसे राहुल द्रविड़ ने शतक पूरा कर लिया हो. कुल मिलाकर वो पिच पर जम जाते थे.
वैसे तो राहुल ने कई रिकॉर्ड बनाए, लेकिन अब आपको उस रिकॉर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें राहुल द्रविड़ से सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा, रिकी पोंटिंग, इंजमाम-उल-हक, विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे धाकड़ बल्लेबाज भी बहुत दूर हैं.
दरअसल, राहुल द्रविड़ ने टी20, वनडे और टेस्ट क्रिकेट में बिना जीरो (0) या डक पर आउट हुए बिना सबसे ज्यादा 173 पारियां खेली थीं. द्रविड़ ने यह कारनामा 10 जनवरी 2000 से 6 फरवरी 2004 के बीच किया. यह किसी भी खिलाड़ी के द्वारा सबसे ज्यादा है. इस क्रम में दूसरे नंबर पर सचिन तेंदुलकर रहे, जिन्होंने 136* पारियां खेली थीं.
वहीं इनमें 29 अगस्त 1999 से 6 फरवरी 2004 के बीच द्रविड़ की 120 वनडे पारियां भी शामिल हैं, तब 'मिस्टर वॉल' इस दौरान एक बार भी 0 पर आउट नहीं हुए थे.
ऐसा रहा द्रविड़ का करियर
11 जनवरी 1973 को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में जन्मे द्रविड़ ने 164 टेस्ट मैचों में 36 शतक और 63 अर्धशतक के साथ 13288 रन 52.31 के एवरेज से बनाए. वहीं 344 वनडे में भी द्रविड़ के नाम 10889 रन रहे, इस दौरान उन्होंने 12 शतक और 83 अर्धशतक जड़े. द्रविड़ के नाम आज भी टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 210 कैच पकड़ने का बतौर फील्डर रिकॉर्ड है.
भारत की ओर से महज दो ही ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट और वनडे फॉर्मेट में 10,000 से ज्यादा रन बनाए हैं. सचिन तेंदुलकर के अलावा द्रविड़ ने टेस्ट 13,288 रन बनाए हैं, जिसमें 36 शतक और 63 अर्धशतक शामिल हैं. वनडे में द्रविड़ ने 10,889 रन बनाए हैं. इसमें 12 शतक शामिल हैं.
वहीं ये द्रविड़ ही थे, जिनकी कप्तानी में भारत को साउथ अफ्रीका की धरती पर पहली टेस्ट जीत मिली थी. दिसंबर 2006 दौरे के जोहानिसबर्ग टेस्ट में भारत ने अफ्रीकी टीम को को 123 रनों से पीटा था.
इसके अलावा द्रविड़ की कप्तानी में इंग्लैंड में भारत को 21 साल बाद 2007 में 1-0 से टेस्ट सीरीज जीत हासिल हुई थी. उससे पूर्व भारत 1986 में कपिल देव की कप्तानी में इंग्लैंड में सीरीज जीत पाया था.