
हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स के बीच हुए 'मंकीगेट' विवाद ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं. साल 2008 में भारत के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर हुए इस विवाद ने क्रिकेट जगत में खलबली मचा दी थी. बाद में दोनों क्रिकेटर इस विवाद को पीछे छोड़कर अच्छे दोस्त बन गए. हरभजन और साइमंड्स के बीच आई कड़वाहट को कम करने में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का अहम योगदान रहा था.
साइमंड्स की असामयिक मृत्यु के बाद अब अब मुंबई इंडियंस के एक पूर्व खिलाड़ी ने 2011 के सीजन को याद किया है, जहां हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स आपसी विवाद को भुलाकर मिले थे. पूर्व खिलाड़ी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि हरभजन और साइमंड्स ने एक-दूसरे को गले लगाया और 'सॉरी' भी कहा.
उस पूर्व खिलाड़ी ने कहा, 'मुझे लगता है कि हम किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ एक मैच के लिए मोहाली में थे. हमारे पास एक प्राइवेट पार्टी लिए निमंत्रण मिला था और यह एक यादगार रात थी. हर कोई उत्साह में था कि अचानक हरभजन और साइमंड्स दोनों एक-दूसरे को कसकर गले लगा रहे थे. दोनों एक-दूसरे से सॉरी कहते हुए काफी भावुक थे. ऐसा लग रहा था कि दोनों अपने सीने पर पड़े बोझ से छुटकारा पाना चाहते हैं.'
मुंबई के पूर्व खिलाड़ी ने कहा, 'जब भज्जी और साइमो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और आईपीएल में एक-दूसरे के खिलाफ खेले, तो सभी को संदेह था कि वे पिछले इतिहास को देखते हुए कैसे तालमेल बिठाएंगे. जब दोनों एक साथ मुंबई के लिए उतरने वाले थे तो सभी का मानना था कि उन दोनों को संभालना काफी मुश्किल होगा. लेकिन दोनों का आपसी व्यवहार शानदार था.
हरभजन को सर कहकर बुलाते थे साइमंड्स
तीन साल तक डेक्कन चार्जर्स के लिए खेलने के बाद साइमंड्स 2011 में मुंबई इंडियंस में चले गए. दरअसल, हरभजन उस साल चैम्पियंस लीग टी20 में मुंबई इंडियंस की कप्तानी कर रहे थे और जब भी टीम फील्डिंग कर रही होती थी, साइमंड्स हरभजन को 'सर' कहकर बुलाते थे. साइमंड्स कहते थे कि 'सर', आप मुझे कहां खड़ा करना चाहते हैं.