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Harbhajan Singh: 'मेरे करियर में बहुत विलेन रहे', धोनी के बाद अब BCCI पर भज्जी ने साधा निशाना

हरभजन ने BCCI के अधिकारियों पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि उस समय बीसीसीआई के कुछ अधिकारी नहीं चाहते थे कि मेरी टीम इंडिया में वापसी हो...

Harbhajan Singh (Twitter) Harbhajan Singh (Twitter)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 02 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 7:30 AM IST
  • हरभजन ने 24 दिसंबर 2021 को संन्यास लिया
  • भज्जी ने टेस्ट में 417 विकेट अपने नाम किए

स्टार ऑफ स्पिनर रहे हरभजन सिंह ने हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. संन्यास के बाद अब हरभजन खुलकर सामने आ रहे हैं. उन्होंने सबसे पहले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर भी कुछ बड़े आरोप लगाए. हरभजन ने कहा कि उन्हें टीम से बाहर क्यों किया गया था. इसका कारण नहीं बताया गया.

अब दूसरी बार में हरभजन ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अधिकारियों पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि उस समय बीसीसीआई के कुछ अधिकारी नहीं चाहते थे कि मेरी टीम इंडिया में वापसी हो. तब धोनी कप्तान थे और उन्होंने भी अधिकारियों का सपोर्ट किया. यदि मेरी बायोपिक फिल्म या वेब सीरीज बनती है, तो उसमें कोई एक नहीं, बल्कि बहुत सारे विलेन होंगे.

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मैं 4-5 साल और खेलने का विचार कर रहा था

हरभजन ने एक इंटरव्यू में कहा कि लक हमेशा मेरे साथ रहा है. सिर्फ कुछ बाहरी तत्व ही थे, जो मेरे पक्ष में नहीं थे. कह सकते हैं कि वे पूरी तरह मेरे खिलाफ थे. इसकी वजह यह थी कि मैं जिस तरह से गेंदबाजी कर रहा था और शानदार तरीके से आगे बढ़ रहा था. मैं 31 साल का था, तब तक मैं 400 विकेट ले चुका था. तब मेरे माइंड में अगले 4-5 साल और खेलने का विचार चल रहा था. यदि यह होता तो मैं 100-150 विकेट और ले सकता था. 

कप्तान धोनी ने भी बीसीसीआई का सपोर्ट किया

भज्जी ने कहा कि हां, तब महेंद्र सिंह धोनी ही टीम के कप्तान थे, लेकिन मेरा मानना है कि यह सब चीजें धोनी के सिर से भी ऊपर जा रही होंगी. इसमें कुछ बीसीसीआई के अधिकारी मिले हुए थे, जो नहीं चाहते थे कि मैं आगे खेलूं और तब कप्तान ने भी उनको सपोर्ट किया. हालांकि, कप्तान, कोच या टीम कभी भी बीसीसीआई से बड़े नहीं होते हैं. 

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बीसीसीआई से धोनी को काफी ज्यादा सपोर्ट मिला

पूर्व ऑफ स्पिनर ने कहा कि तब बाकी प्लेयर्स के मुकाबले धोनी को काफी ज्यादा और बेहतर तरीक से सपोर्ट मिला था. यदि ऐसा सपोर्ट किसी और खिलाड़ी को मिला होता, तो वह भी बेहतर खेल दिखा सकता था. ऐसा नहीं था कि बाकी खिलाड़ी बॉल स्विंग कराना भूल गए या बैट चलाना भूल गए. हर खिलाड़ी की ख्वाहिश होती है कि टीम इंडिया की जर्सी पहनकर रिटायरमेंट ले, लेकिन ऐसा सबके साथ नहीं होता है. आप वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग जैसे कई खिलाड़ियों को उदाहरण के रूप में देख सकते हैं.

भज्जी चाहते हैं कि उनकी भी बायोपिक बने

हरभजन ने कहा कि मैं चाहता हूं कि मेरे करियर पर एक बायोपिक फिल्म या वेब सीरीज बने, ताकि लोग भी मेरे पक्ष को देख सकें. मैंने करियर में क्या किया और बाकी लोगों ने मेरे साथ क्या किया, यह भी देख सकेंगे. मैं यह नहीं कह सकता कि मेरी बायोपिक में विलेन कौन होगा. इस बायोपिक में एक नहीं, बल्कि बहुत सारे विलेन होंगे.

टेस्ट में हरभजन ने चटकाए 417 विकेट

संन्यास का ऐलान करते समय 41 साल के हरभजन ने लिखा था, 'मैं उस खेल को अलविदा कह रहा हूं जिसने मुझे जीवन में सब कुछ दिया है, सभी अच्छी चीजें भी समाप्त हो जाती हैं. मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इस 23 साल के लंबे सफर को बेहतरीन और यादगार बनाया.' हरभजन ने अपने शानदार करियर के दौरान 103 टेस्ट में 417 विकेट, 236 वनडे इंटरनेशनल मैचों में 269 विकेट और 28 टी20 इंटरनेशनल मुकाबलों में 25 विकेट लिए हैं.
 

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