
विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चैम्पियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में मंगलवार (4 मार्च) को 84 रनों की पारी खेली. 'प्लेयर ऑफ द मैच' कोहली की इस पारी के बाद हार्दिक पंड्या की 24 गेंदों पर 28 रनों की विस्फोटक पारी आई, 3 छक्के भी आए, 'कुंग्फु पंड्या' अलग ही मूड में थे...
लेकिन पंड्या की इस पारी के इतर उनकी ओपनिंग गेंदबाजी भी भारत के लिए चैम्पियंस ट्रॉफी में 'एक्स-फैक्टर' साबित हो रही है. कुल मिलाकर पंड्या का योगदान इस चैम्पियंस ट्रॉफी में कहीं से कम नहीं है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पंड्या ने एक विकेट भी लिया.
पंड्या 'एक्स-फैक्टर' कैसे हैं, तो इसे समझ लेते हैं. न्यूजीलैंड संग मुकाबले में भारत की टीम वरुण चक्रवर्ती के साथ उतरी, वहीं हर्षित राणा को मुकाबले से बाहर रखा गया. पहले खेलते हुए भारत ने उस मुकाबले 249/9 का स्कोर बनाया था, जवाब में खेलने उतरी न्यूजीलैंड की टीम 205 रनों पर सिमट गई.
हार्दिक ने उस मैच में 45 रनों की उपयोगी पारी खेली. वहीं मोहम्मद शमी के साथ हार्दिक पंड्या ने ओपनिंग गेंदबाजी की और रचिन रवींद्र का विकेट भी हासिल किया. वरुण चक्रवर्ती ने उस मुकाबले में 5 विकेट लिए और भारत ने जीत दर्ज की.
ऐसे में यह समझना होगा कि चूंकि हार्दिक पंड्या एक वास्तविक पेसर ऑलराउंडर के ऑप्शन के तौर पर टीम में हैं. यह बात रोहित शर्मा को भी मालूम हैं कि उनके होने से टीम इंडिया को और भी ज्यादा ऑप्शन मिल जाते हैं. वरुण चक्रवर्ती भी अगर पंड्या की वजह से टीम में आसानी से शामिल हुए, अगर ऐसा कहा जाए तो यह बात अतिश्योक्ति नहीं होगी.
वहीं हार्दिक ने चैम्पियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ हुए मुकाबले में भी गेंदबाजी से कमाल किया था. उन्होंने बाबर आजम (23) को आउट कर टीम इंडिया को पहली सफलता दिलाई थी. वहीं सऊद शकील (62) जम चुके थे, तो उनको भी निपटाया.
दिनेश कार्तिक ने भी हार्दिक की तारीफ की, उन्होंने कहा कि जो काम हार्दिक पंड्या कर लेते हैं, वो भारतीय टीम में कोई नहीं कर सकता है. उनके कारण ही टीम में फ्लेक्सिबिलिटी है. उनको आप तेज गेंदबाज के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं. पंड्या के कारण ही टीम इंडिया की बल्लेबाजी में गहराई है, पंड्या की वजह से जडेजा नंबर 8 पर खेलने आ रहे हैं. वह ज्यादा विकेट नहीं लेते, ज्यादा रन नहीं बनाते हैं, लेकिन उनके कारण टीम इंडिया संतुलित है.
जब टी20 वर्ल्ड कप में क्लासेन का निपटाया और आखिरी ओवर किया
वहीं हार्दिक पंड्या कई मौकों पर यह बात साबित कर चुके हैं कि वो भारतीय टीम के लिए उस समय काम आते हैं, जब ब्रेकथ्रू (सफलता) की टीम को सबसे ज्यादा जरूरत होती है. टी20 वर्ल्ड कप 2024 में उन्होंने तब हेनरिक क्लासेन को तब आउट किया था, जब वो एक अलग ही रंग में थे. क्लासेन ने 27 गेंदों पर 52 रन बना डाले थे.
क्लासेन को पंड्या ने बेहद जरूरी समय पर पंत के हाथों कैच आउट करवाया था. क्लासेन के आउट होने से पहले साउथ अफ्रीका को फाइनल जीतने के लिए 24 गेंदों में 26 रन की जरूरत थी. बाद में पंड्या ने 20वें ओवर में डेविड मिलर और कगिसो रबाडा को भी निपटाया था.
2016 टी20 वर्ल्ड कप में भी हार्दिक बने थे हीरो
पंड्या 2016 टी20 वर्ल्ड कप में भी हीरो बने थे. भारत और बांग्लादेश के बीच सुपर 10 का मुकाबला खेला गया था. जहां धोनी ने आखिरी गेंद पर मुस्ताफिजुर रहमान को रन आउट किया था. धोनी का वो रन आउट गेंद फेंकने से पहले ग्लव्स निकालने के कारण चर्चा में रहा था.
भारत ने वो मुकाबला जीता था. लेकिन उस मुकाबले में भी आखिरी ओवर हार्दिक पंड्या ने ही करवाया था. तीन गेंदों में तीन विकेट (दो कैच आउट और एक रन आउट) की मदद से भारत ने बांग्लादेश को एक रन से हराया था.
वैसे पंड्या के करियर में अगर इंजरी कम हुई होतीं तो उनके क्रिकेट करियर के आंकड़े कुछ और ही कहानियां कह रहे होते....