
क्रिकेट जगत से एक दुखद खबर सामने आ रही है. साउथ अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज हुसैन अयूब का 81 साल की उम्र में निधन हो गया है. हुसैन अयूब भारतीय मूल के थे. वह काफी समय से बीमारी से जूझ रहे थे. अयूब ने शनिवार सुबह ही अस्पताल में आखिरी सांस ली.
अयूब ने अपने करियर में कभी भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है. यानी वह साउथ अफ्रीकी नेशनल टीम में नहीं खेले. इसके बावजूद उन्हें साउथ अफ्रीका में इंटरनेशनली तौर पर महान खिलाड़ी का तमगा हासिल है.
अपने जीवन में काफी कठिनाइयां झेलीं
किडनी की बीमारी के चलते अयूब को पोर्ट एलिजाबेथ में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शनिवार सुबह ही परिवार की मौजूदगी में सभी से मिलने के दौरान ही उनका निधन हो गया. तेज गेंदबाज अयूब ने पर्सनली और प्रोफेशनली लाइफ में काफी कठिनाइयां झेली हैं. इसको लेकर उन्होंने 2020 में एक किताब 'Crossing Boundaries' भी लॉन्च की थी.
अयूब ने 17 मैच में 53 विकेट झटके थे
वेस्टइंडीज के लीजेंड क्रिकेटर क्लाइव लॉयड (Clive Lloyd) ने भी किताब पढ़ने के बाद अयूब की जमकर तारीफ की थी. बता दें कि अयूब ने साउथ अफ्रीका में फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेली है. अयूब ने अपने करियर में सिर्फ 17 मैच खेले, जिनमें 18.41 के बेहतरीन औसत से 53 विकेट झटके थे. अयूब ने ट्रांसवाल टीम के लिए क्रिकेट खेली थी.
क्रिकेट कोचों को भी ट्रेनिंग दी थी
हुसैन अयूब ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के डेवलपमेंट कमेटी में भी अहम रोल निभाया था. 70 के दशक में अयूब ने अफ्रीका में क्रिकेट कोचों को भी ट्रेनिंग दी थी. अयूब ने अपने जीवन के आखिरी समय में साउथ अफ्रीका में क्रिकेट के प्रति जागरुकता के लिए भी काम किया था. अयूब अपने जीवन में मोटिवेशनल स्पीकर भी रह चुके हैं. कुछ समय वह टीचर भी रहे थे.