
आईसीसी ने आज 2021 में भारत में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी को वर्ल्ड टी-20 में बदलने में फैसला किया और इस तरह से आखिर में आठ टीमों के बीच होने वाला यह टूर्नामेंट एक तरह से खत्म कर दिया गया, जिसकी प्रासंगिकता पर लगातार सवाल उठाए जाते रहे हैं.
आईसीसी की पांच दिवसीय बैठक के समापन के बाद आईसीसी मुख्य कार्यकारी डेव रिचर्डसन ने कहा कि बोर्ड ने सर्वसम्मति से सहमति जताई कि 2021 में भारत में अब 16 टीमों के बीच टी-20 टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा.
रिचर्डसन की घोषणा का मतलब है कि बीसीसीआई प्रतिनिधि अमिताभ चौधरी ने भी इस कदम का समर्थन किया. शुरू में बीसीसीआई ने इसका विरोध किया था. इसका मतलब है कि लगातार दो वर्षों में आईसीसी वर्ल्ड टी-20 टूर्नामेंट का आयोजन होगा.
ऑस्ट्रेलिया 2020 में वर्ल्ड टी-20 की मेजबानी करेगा. यह दूसरा अवसर है, जबकि ऐसा होगा. इससे पहले 2009 (इंग्लैंड) और 2010 (वेस्टइंडीज) में लगातार वर्षों में आईसीसी टी-20 का आयोजन किया गया था.
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रिचर्डसन ने कहा, ‘भारत में 2021 में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी को बदलकर अब वर्ल्ड टी-20 कर दिया गया है. यह खेल को आगे बढ़ाने की हमारी योजना में फिट बैठता है. ’
इस बीच 2019 और 2023 में वर्ल्ड कप होंगे और इस तरह से चैंपियंस ट्रॉफी को हटा दिया गया. इस टूर्नामेंट को कई आलोचक अप्रासंगिक मान रहे थे, जबकि हर चाल साल में वर्ल्ड कप का आयोजन किया जाता है.
रिचर्डसन ने कहा, ‘बीसीसीआई प्रतिनिधि ने बोर्ड की बैठक में हिस्सा लिया और इस पर सर्वसम्मति से फैसला किया गया. इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह कोई मसला है.’