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Sri Lanka Cricket Suspension: वर्ल्ड कप से पहले ICC का बड़ा फैसला... श्रीलंका क्रिकेट को दी ये बड़ी खुशखबरी

ICC ने इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले श्रीलंका क्रिकेट को एक बड़ी खुशखबरी दी है. दरअसल, आईसीसी ने रविवार (28 जनवरी) को एक बड़ा फैसला लेते हुए श्रीलंकाई बोर्ड पर लगे सस्पेंशन को तत्काल प्रभाव से हटा दिया. बता दें कि आईसीसी ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को नवंबर में सस्पेंड किया था.

श्रीलंकाई क्रिकेट टीम. श्रीलंकाई क्रिकेट टीम.
aajtak.in
  • कोलंबो,
  • 28 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 9:04 PM IST

ICC lifted Suspension of Sri Lanka Cricket: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले श्रीलंका क्रिकेट को एक बड़ी खुशखबरी दी है. दरअसल, आईसीसी ने रविवार (28 जनवरी) को एक बड़ा फैसला लेते हुए श्रीलंकाई बोर्ड पर लगे सस्पेंशन को तत्काल प्रभाव से हटा दिया. 

यह जानकारी श्रीलंका के खेल मंत्री हरिन फर्नांडो ने सोशल मीडिया के जरिए फैन्स के साथ शेयर की है. फर्नांडो ने अपने बयान में इस मामले को लेकर आधिकारिक बयान जल्द ही जारी किया जाएगा. बता दें कि आईसीसी ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को नवंबर में सस्पेंड किया था.

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अंडर-19 वर्ल्ड कप 2024 की मेबजानी भी छिनी

उस समय श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड में राजनीतिक दखल काफी बढ़ गया था. इसी बात का जिक्र करते हुए तब आईसीसी ने यह कदम उठाया था. इसके बाद श्रीलंका से अंडर-19 वर्ल्ड कप 2024 के अधिकार छीन लिए गए थे. इस टूर्नामेंट को साउथ अफ्रीका शिफ्ट कर दिया गया था.

श्रीलंका के लिए यह फैसला टी20 वर्ल्ड कप 2024 से कुछ महीने पहले आया है. यह टूर्नामेंट जून में वेस्ट इंडीज-अमेरिका की मेजबानी में खेला जाना है. ऐसे में श्रीलंकाई क्रिकेट के लिए यह बेहद अच्छी खबर है.

सस्पेंशन के बाद ICC ने बनाई थी एक कमेटी

आईसीसी ने सस्पेंशन के बाद एक कमेटी का गठन किया था और उसे श्रीलंका क्रिकेट के काम की मॉनिटरिंग करने का जिम्मा दिया गया. इसने पाया कि सस्पेंशन के बाद से श्रीलंका क्रिकेट ने सुधार किया है. वहां पर किसी तरह के नियमों का उल्लंघन नहीं हुआ. उसने सदस्य देशों की बाध्यता को पूरा किया है.

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जब श्रीलंका के खेल मंत्री रोशन रणासिंघे तब सरकार की तरफ से क्रिकेट के काम में काफी दखल दिया गया था. उस समय शम्मी सिल्वा की अध्यक्षता वाले प्रशासन को भंग कर दिया गया था और अर्जुन रणतुंगा के नेतृत्व में नई अंतरिम कमेटी बना दी गई थी. हालांकि बाद में कोर्ट ने सिल्वा को बनाए रखा था. वहीं रणसिंघे को राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने बर्खास्त कर दिया था.

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