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आईपीएल में बल्लेबाजी को नया आयाम देने वाले ऑस्ट्रेलिया के ट्रेविस हेड और वेस्टइंडीज के आंद्रे रसेल जैसे बल्लेबाज अगले महीने टी20 वर्ल्ड कप में भी खेलते हुए नजर आएंगे. इसलिए फैन्स का एक बार फिर बल्लेबाजों के दबदबे की उम्मीद करना स्वाभाविक है. लेकिन कई कारणों से उनका रवैया वर्ल्ड कप में आईपीएल की तरह नहीं हो पाएगा.
सबसे पहले तो टीमों को टी20 कप में इम्पैक्ट प्लेयर की सुविधा नहीं मिलेगी. मिचेल स्टार्क ने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को तीसरा आईपीएल खिताब दिलाने में बड़ी भूमिका निभाने के बाद उस बात को स्वीकार किया.
स्टार्क ने कहा था, ‘यहां (आईपीएल में) इम्पैक्ट प्लेयर नियम है और टी20 वर्ल्ड कप में नहीं होगा. आपको अपने ऑलराउंडरों पर अधिक भरोसा करना होगा. आप अपने बल्लेबाजी ऑलराउंडर को 8वें नंबर पर नहीं रख सकते, जैसा कि आपने आईपीएल किया था.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि टी20 वर्ल्ड कप में आप इस तरह के बड़े स्कोर देखेंगे क्योंकि वहां एक बल्लेबाज कम होगा.’
आईपीएल के शुरुआती हिस्से में चेन्नई सुपर किंग्स ने तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर शिवम दुबे को इम्पैक्ट प्लेयर नियम के माध्यम से एक बल्लेबाज के रूप में इस्तेमाल किया था. दुबे ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू और नाइट राइडर्स के खिलाफ कुछ मैच विजेता पारियां खेली थीं.
लेकिन वर्ल्ड कप में बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को अंतिम एकादश में जगह पाने के लिए अपने गेंदबाजी स्किल का भी प्रदर्शन करना होगा, क्योंकि उपकप्तान हार्दिक पंड्या भी इसी तरह की भूमिका निभाते हैं और पहली पसंद बने हुए हैं. कप्तान रोहित शर्मा ने यह बात पहले ही स्पष्ट कर दी है.
हालांकि यह कहानी का सिर्फ एक हिस्सा है. बल्लेबाजों को उन पिचों से भी निपटना होगा जो आईपीएल में इस्तेमाल की गई पिचों से बहुत अलग होंगी.
वेस्टइंडीज की पिच होंगी IPL की पिच से अलग....
एक अनुभवी क्यूरेटर ने पीटीआई को बताया, ‘वेस्टइंडीज की पिचें अब वैसी नहीं हैं जैसी 80 या 90 के दशक में हुआ करती थीं. अब वे धीमी हैं और कई बार गेंद रुककर भी आती हैं.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे यकीन है कि गेंदबाज, विशेषकर स्पिनर आईपीएल की तुलना में कहीं अधिक भूमिका निभाएंगे, विशेषकर टूर्नामेंट के दूसरे सप्ताह से ऐसा देखने को मिलेगा.’
क्यूरेटर ने कहा, ‘भारत ने अपनी टीम में चार स्पिनरों को शामिल किया है. यह शायद वेस्टइंडीज की पिचों की प्रकृति के कारण था. इसलिए मुझे नहीं लगता कि हम वहां 250 का स्कोर देख पाएंगे.’ कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल स्पेशलिस्ट स्पिनर हैं, वहीं रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल स्पिन ऑलराउंडर हैं.
क्या अमेरिका की नई पिचों पर रन कम बनेंगे?
अमेरिका में केवल फ्लोरिडा के पास हाई प्रोफाइल क्रिकेट मैचों की मेजबानी करने का अनुभव है. न्यूयॉर्क और टेक्सास पहली बार इस खेल की मेजबानी की तैयारी कर रहे हैं. तो क्या इससे रन बनाने की दर पर असर पड़ेगा? इस बारे में क्यूरेटर ने कहा, ‘हां, ऐसा हो सकता है कि शुरुआत में टीमें पिच और अन्य परिस्थितियों का आकलन करना चाहेंगी. मुझे लगता है कि इनमें से कुछ स्थानों पर उपयोग की जा रही ड्रॉप इन पिचें प्राकृतिक पिचों की तुलना में बेहतर होंगी, इसलिए हम उस दौर में कुछ बड़े स्कोर वाले मैच देख सकते हैं.’
पिचों के मिजाज पर डेविड वॉर्नर ने कही ये बात...
ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने कहा, ‘कैरेबियाई पिचें सूखी होने के कारण गेंद खुरदरी हो जाएगी और स्पिन करने लगेगी. आईपीएल में गेंद की ऊपरी परत लंबे समय तक रहती है और इसलिए गेंद कम टर्न करती है.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने वहां काफी क्रिकेट खेला है और सीपीएल (कैरेबियन प्रीमियर लीग) में भी खेला हूं, वहां विकेट धीमे और कम उछाल वाले होते जाते हैं.’
आईपीएल में बल्लेबाजों ने काटा था गदर
आईपीएल 2024 में औसत रन रेट 9.56 था जो टूर्नामेंट के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक है. इसके अलावा औसत स्कोर 180 से ऊपर रहा. हैदराबाद में पहली पारी का एवरेज स्कोर 230 रन के आसपास था. आईपीएल 2024 से पहले लीग में केवल दो बार 250 रनों का आंकड़ा पार किया गया था, लेकिन हाल ही में समाप्त हुए सीजन में टीमें 8 बार ऐसा करने में सफल रहीं.
वेस्टइंडीज में रन बनाना है मुश्किल
वेस्टइंडीज के स्टेडियम अलग तरह के हैं.एंटीगा में औसत टी20 स्कोर 123 रन है और बारबडोस में यह 138 रन है. गुयाना में यह 124 तो त्रिनिदाद में केवल 115 रन है. सेंट विन्सेंट में औसत टी20 स्कोर 118 जबकि ग्रॉस आइलेट में सर्वाधिक 139 है.इन आंकड़ों को देखते हुए गेंदबाजों के कम से कम एक महीने के लिए टी20 में दबदबा बनाने की उम्मीद है.