
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सैयद मुश्ताक अली टी20 (SMT T20) में इम्पैक्ट प्लेयर रूल को खत्म करने का फैसला किया है. हालांकि, यह नियम आईपीएल के अगले तीन सीजन तक लागू रहेगा. BCCI ने यह रूल कुछ साल पहले SMT में पेश किया गया था और बाद में इसे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी लागू कर दिया था.
BCCI सोमवार को स्टेट एसोसिएशन को जानकारी दी कि मौजूदा सीजन के लिए 'इम्पैक्ट प्लेयर' के प्रावधान को खत्म करने का फैसला किया गया है.
बीसीसीआई ने इम्पैक्ट प्लेयर को हटाने का फैसला आईपीएल में अगले तीन सीजन यानी 2027 तक इसे बरकरार रखने के फैसले के कुछ समय बाद लिया है. 2023 सीजन में इसे लागू किए जाने के बाद से इस नियम पर बहस छिड़ गई थी कि क्या यह वास्तव में भारतीय क्रिकेट के लिए फायदेमंद है, जो कि मूल उद्देश्य था, या क्या यह ऑलराउंडरों के डेवलपमेंट नुकसान पहुंचा रहा है?
रोहित शर्मा-विराट कोहली जैसे कई हाई-प्रोफाइल खिलाड़ियों ने इस नियम पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि यह ऑलराउंडरों के डेवलपमेंट के लिए हानिकारक हो सकता है. दूसरी ओर रविचंद्रन अश्विन ने इस नियम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की थी.
रोहित ने तब एक पॉडकास्ट में कहा था- मुझे लगता है कि इससे (ऑलराउंडरों के डेवलपमेंट में) बाधा आएगी, क्योंकि क्रिकेट में 11 खिलाड़ी खेलते हैं, 12 खिलाड़ी नहीं. मैं इम्पैक्ट प्लेयर्स का बड़ा फैन नहीं हूं. आप गेम से ऐसा कुछ कर रहे हैं, ताकि इसे आसपास के लोगों के लिए थोड़ा इंटरटेनमेंट आ सके.
इस साल मई में बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इस नियम को आईपीएल में 'टेस्ट केस' बताया था और कहा था कि यह परमानेंट नहीं है, उन्होंने कहा था कि इसे खत्म कर दिया जाएगा.
सौराष्ट्र के हेड कोच नीरज ओडेड्रा ने बीसीसीआई के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि यह अच्छा बदलाव है. साथ ही आईसीसी के पास प्रमुख टूर्नामेंटों में यह नियम नहीं है, इसलिए यह उन क्रिकेटरों के लिए अच्छा होगा जो घरेलू सीजन बाद भारत के लिए खेलना चाहते हैं.
क्या है इम्पैक्ट प्लेयर रूल?
IPL 2023 में 'इम्पैक्ट प्लेअर का रूल' लागू किया गया था, लेकिन उससे पूर्व यह नियम सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2022-23 (SMAT 2022-23) में लागू हुआ था. इसके बाद यह रूल आईपीएल में लागू हुआ था. इस रूल के मुताबिक आईपीएल में 'इम्पैक्ट प्लेयर रूल' के मुताबिक दोनों ही टीमों को प्लेइंग इलेवन के अलावा 5-5 सब्स्टीट्यूट प्लेयर का का नाम देना होता है. इन्हीं पांच में किसी एक को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में मैदान में उतारा जाता है. इम्पैक्ट प्लेयर बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही करता है. इम्पैक्ट प्लेयर के खेल में आने के बाद जो खिलाड़ी बाहर जाता है. उसका उपयोग पूरे मैच में नहीं किया जाता है.